मोबाइल फोन ने खोला आतंकियों की कानपुर में रेकी का राज, कोडिंग से सुरक्षित रखे थे फोटोग्राफ

दिल्ली स्पेशल सेल की रिमांड पर आतंकी आमिर और हुमैद से पूछताछ और मोबाइल फोन में मिले फोटोग्राफ से सामने आया है कि दोनों ने कानपुर में कई दिनों तक रेकी की थी। मोबाइलों में कोडिंग से फोटोग्राफ सुरक्षित किए गए थे।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 10:52 AM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 10:52 AM (IST)
मोबाइल फोन ने खोला आतंकियों की कानपुर में रेकी का राज, कोडिंग से सुरक्षित रखे थे फोटोग्राफ
आतंकी आमिर के साथ हुमैद ने कानपुर में रेकी की थी।

कानपुर, जेएनएन। पिछले दिनों गिरफ्तार किए गए आतंकी इन दिनों दिल्ली स्पेशल सेल की रिमांड पर हैं। रिमांड के दौरान पूछताछ में बुधवार को प्रयागराज निवासी हुमैद और लखनऊ निवासी आमिर का आमना सामना कराया गया तो कानपुर से जुड़ कई राज सामने आए। पता चला कि आमिर ने हुमैद के साथ मिलकर कानपुर में रेकी की थी। कानपुर से जुड़े कई महत्वपूर्ण स्थलों की तस्वीरें दोनों के मोबाइल फोन में मली हैंं।

आतंकी जीशान, हुमैद और आमिर से बुधवार को दिल्ली स्पेशल सेल के अलावा यूपी एटीएस और एनआइए ने पूछताछ की। आमिर व हुमैद ने बताया है कि दोनों पूर्व में कानपुर गए थे और कई दिनों तक रुककर यहां उन्होंने रेकी की। उन्होंने मुख्य रूप से छावनी क्षेत्र को देखा और फोटो खींचे। कुछ फोटोग्राफ दोनों के मोबाइल पर मिले हैं, जिसमें कानपुर की तस्वीरें भी हैं।

खुफिया सूत्रों ने बताया कि यह फोटो आतंकियों ने कोडिंग के सहारे मोबाइल पर सुरक्षित की थी। कुछ तस्वीरों को पाकिस्तान में बैठे आकाओं को भी भेजा गया था। कोडिंग में पिक्चर मैसेज में कहीं त्रिभुज, कहीं सुतली बम तो कहीं अनार, सांप के आकार की चटाई और सीढ़ी बनी है। यह भी पता चला है कि हथियार व विस्फोटक इनके कानपुर, प्रयागराज व लखनऊ स्थित खजूर के गोदामों में छिपे हैं। इस सूचना के बाद इन गोदामों को भी खंगालने की तैयारी हो रही है।

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