दक्षिण के दस लोगों को जल्द मिलेगी जाम से राहत, दादानगर समानांतर के लिए लिया मिट्टी का नमूना, भेजा गया लखनऊ

इसकी जांच के लिए सैंपल लखनऊ भेजा गया है। वहां से रिपोर्ट मिलने के बाद डीपीआर का काम शुरू होगा। विजयनगर चौराहा की ओर से दक्षिण क्षेत्र की तरफ जाने वाले रास्ते में क्रासिंग बंद होने पर सेवाग्राम कालोनी मोड़ तक भीषण जाम लग जाता है।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 01:25 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 05:39 PM (IST)
दक्षिण के दस लोगों को जल्द मिलेगी जाम से राहत, दादानगर समानांतर के लिए लिया मिट्टी का नमूना, भेजा गया लखनऊ
सब ठीक रहा तो अभियंता डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार करेंगे

कानपुर, जेएनएन। कानपुर के दक्षिण क्षेत्र को बाहरी क्षेत्रों से जोडऩे वाले मार्ग जल्द से पुर्निर्माण होगा। इससे काफी समय से जाम से जुझ रहे दक्षिण के लोगों को राहत मिलेगी। दादानगर समानांतर ओवरब्रिज के लिए मिट्टी परीक्षण का काम पूरा हो गया है। इसकी जांच के लिए सैंपल लखनऊ भेजा गया है। वहां से रिपोर्ट मिलने के बाद डीपीआर का काम शुरू होगा। विजयनगर चौराहा की ओर से दक्षिण क्षेत्र की तरफ जाने वाले रास्ते में क्रासिंग बंद होने पर सेवाग्राम कालोनी मोड़ तक भीषण जाम लग जाता है।

इससे लोगों का समय के साथ ही ईंधन की बर्बादी करते हैं। इससे बचने के लिए लोग दादानगर सॢवस रोड से होकर उल्टी दिशा से दादानगर पुल में चढ़कर बर्रा की तरफ जाते हैं। इससे हादसे और जाम की स्थिति रहती है। हालांकि यातायात पुलिस तैनात होने के बाद उल्टी दिशा से होकर आने वाले वाहनों की संख्या कुछ कम हुई है। इससे छुटकारा दिलवाने के लिए समानांतर पुल बनाने की तैयारी की जा रही है। सेतु निर्माण निगम की ओर से पूरा सर्वे और मिट्टी के परीक्षण के लिए सैंपल लेकर लखनऊ स्थित सेतु निगम की लैब में भेज दिया गया है। वहां से पता चलेगा कि मिट्टी में ओवरब्रिज बन सकता है या नहीं, सप्ताह भर के अंदर यह रिपोर्ट आने की उम्मीद है। सब ठीक रहा तो अभियंता डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार करेंगे।

झाड़ी बाबा पड़ाव पुल है प्रभावित : उन्नाव से शहर आने वाला यातायात नये गंगा पुल से झाड़ी बाबा पड़ाव पुल के रास्ते का इस्तेमाल करते हैं। वाहनों की संख्या ज्यादा होने की वजह से काम प्रभावित है। इसे सितंबर तक पूरा हो पाना मुश्किल है।

इनका ये है कहना

दादानगर समानांतर पुल के लिए मिट्टी का सैंपल लेकर लखनऊ लैब में भेज दिया है। रिपोर्ट के आधार पर डीपीआर तैयार करेंगे। इससे बनने से करीब 10 लाख लोगों को लाभ मिलेगा।

                                                                - केएन ओझा, परियोजना प्रबधंक, सेतु निर्माण निगम 

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