कानपुर : साइलेंसर बदलवाने पर 90 बाइकों का चालान, दस के रजिस्ट्रेशन निरस्त
कानपुर पुलिस और आरटीओ अब शहर में माडीफाइड बाइकों पर नजर रख रहे हैं। पुलिस ने चेकिंग के दौरान ऐसे 90 वाहनों का दस-दस हजार रुपये का चालान किया था जिसमें एक स्वामी ने राशि अदा की और अब शेष पर कार्रवाई की जा रही है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। अगर साइलेंसर बदलकर बाइक चला रहे हैं तो काफी महंगा पड़ सकता है। साइलेंसर के मूलस्वरूप से छेड़छाड़ कर बदलाव कराने वालों के सामने बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है। आरटीओ प्रशासन ने साइलेंसर को मानक के विपरीत पाए जाने पर पंजीयन प्रमाणपत्र (रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट) निरस्त कर दिए हैं, अब वाहन चालक तीन माह तक रोड पर वाहन नहीं चला सकेंगे।
सड़क पर इन दिनों माडीफाइड बाइक लेकर युवा तेज रफ्तार में फर्राटा भर रहे हैं, जिनपर अब पुलिस और आरटीओ ने नजर रखनी शुरू कर दी है। तेज आवाज वाले साइलेंसर बाइक में लगाकर रफ्तार से गुजरने वाले युवा दूसरे के लिए खतरा बन रहे हैं। बीते दिनों रोड पर चेकिंग के दौरान 90 दोपहिया वाहनों के 10-10 हजार रुपये के चालान हुए थे। एक वाहन मालिक ने चालान राशि जमा कर दी। शेष 89 वाहनों के मालिकों ने चालान को गंभीरता से नहीं लिया।
आरटीओ अधिकारी ने वाहन मालिकों को दो बार नोटिस भेजकर चालान राशि जमा कराने को चेताया था। गंभीरता न दिखाने पर अब आरटीओ ने वाहनों की पंजीयन प्रमाणपत्र निरस्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। एआरटीओ प्रशासन सुधीर कुमार वर्मा ने बताया कि परिवहन नियमों के उल्लंघन पर 10 वाहनों की आरसी निरस्त की गई है। यदि जल्द ही शेष वाहन मालिक चालान राशि जमा नहीं कराएंगे तो उनके भी वाहनों का पंजीयन निरस्त कर दिया जाएगा।
पकड़ी गई थी माडीफाइड कार
कुछ दिन पहले कल्याणपुर क्षेत्र में एक मॉडीफाइड कार भी पकड़ी गई थी। यह कार हमीरपुर जनपद के कस्बा सुमेरपुर के व्यापारी नितिन गुप्ता की थी। उन्होंने 20 हजार रुपये में पुरानी कार खरीदकर जयपुर से उसका मॉडीफिकेशन कराकर लैंबोर्गिनी माडल में बदलवा दिया था। वह उसकी मरम्मत के लिए कानपुर आया था और पुलिस ने पकड़ लिया था। पुलिस ने कार को एआरटीओ के हवाले करने की बात कही थी।