फतेहपुर के चाइल्ड लाइन में किशोरी ने की खुदकुशी, सात दिन पहले चित्रकूट से हुई थी लापता
फतेहपुर के पनी मोहल्ले में संदिग्ध हालात में घूम रही किशोरी को मुराइन टोला चाैकी इंचार्ज ने पूछताछ के बाद चाइल्ड लाइन भेज दिया था। सुबह किशोरी का शव बाथरूम में दुपट्टे से फांसी के फंदे पर लटका मिला।
फतेहपुर, जेएनएन। चित्रकूट जनपद में पहाड़ी थानाक्षेत्र के गांव से लापता हुई किशोरी ने रविवार सुबह फतेहपुर के चाइल्ड लाइन में खुदकुशी करके जान दे दी। उसका शव बाथरूम में दुपट्टे के फंदे पर लटका मिला तो चाइल्ड लाइन कर्मियों के हाथ पांव फूल गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की पड़ताल करने के साथ ही स्वजन को सूचना दी है।
चित्रकूट के पहाड़ी थाना क्षेत्र के गांव में रहने वाली 13 वर्षीय किशोरी सात मई को घर से बाजार जाने के लिए निकली थी लेकिन देर शाम तक घर नहीं लौटी। दूसरे दिन आठ मई को पिता ने थाने में बेटी की गुशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। शनिवार को किशोरी फतेहपुर के पनी मोहल्ले में इधर-उधर घूम रही थी तो स्थानीय लोगों ने मुराइन टोला चाैकी में सूचना दी। चौकी इंचार्ज इंचार्ज संदीप तिवारी ने किशोरी से पूछताछ की तो वह अपने माता-पिता और पता ठीक से नहीं बता पाई। वह कभी चित्रकूट तो कभी लखनऊ शहर बता रही थी। चाैकी इंचार्ज ने किशोरी को हरिहरगंज के चाइल्ड लाइन 1098 में छोड़ दिया था।
रविवार की सुबह किशोरी का शव बाथरूम के अंदर दुपट्टे से फांसी के फंदे पर लटका मिला। चाइल्ड लाइन के जिला समन्वयक अजय सिंह ने बताया कि रजिस्टर में इंट्री करते समय जब पूछताछ की जा रही थी तो भी किशोरी अपने बारे में सही जानकारी नहीं दे पा रही थी। एक मोबाइल नंबर किशोरी के माध्यम से मिला था, जिसपर कॉल की बात करने वाले ने खुद को किशोरी का बहनोई बताते हुए चित्रकूट एक गांव का रहने वाला बताया था। इसके बाद चाइल्ड लाइन आए बहनोई ने बताया कि किशोरी की मानसिक हालत ठीक नहीं रहती थी, वह दिमागी रूप से कमजोर थी। शहर कोतवाल सत्येंद्र सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया किशोरी ने खुदकुशी की है। स्वजन से जानकारी मिली है कि मानसिक हालत उसकी ठीक नहीं रहती थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति साफ हो सकेगी।