Income Tax News: अब बिना प्रमाण पत्र किसी भी करदाता को संदेह की दृष्टि से नहीं देखें सीए और वकील
प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त द्वारा फेसलेस असेसमेंट स्कीम पर आयोजित वेबिनार में चार्टर्ड अकाउंटेंट व अधिवक्ताओं को योजना के बारे में पूरी जानकारी दी गई।
कानपुर, जेएनएन। अब बिना प्रमाण किसी भी करदाता को संदेह की दृष्टि से नहीं देखा जाएगा। यह बात मंगलवार को पश्चिम उत्तर प्रदेश उत्तराखंड क्षेत्र के प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त अजय दास मेहरोत्रा ने कही। वे रोडमैप फॉर रोङ्क्षलग आउट द फेसलेस असेसमेंट स्कीम एंड टैक्सपेयर्स चार्टर विषय पर आयोजित वेबिनार को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि करदाता और अधिकारी के बीच संवाद सिर्फ इलेक्ट्रानिक तरीके से ही होगा। यह करदाताओं के लिए बड़ी राहत है, इसीलिए अब उनकी भी जिम्मेदारी है कि समय से कर का भुगतान करें और सूचनाएं भी समय से दें। पारदर्शिता इस व्यवस्था का प्रमुख उद्देश्य है।
करदाता ठीक से रखें अपने रिकॉर्ड
संयुक्त आयकर आयुक्त विजय रंजन सिन्हा ने कहा कि योजना का उद्देश्य करदाता को तुरंत व्यावसायिक सहायता देना है। इसके साथ ही करदाता से उम्मीद है कि वह अपने रिकार्ड ठीक से रखें। अपर आयकर आयुक्त अमरेश कुमार तिवारी ने पावर प्वाइंट के जरिए योजना की जानकारी दी। देहरादून के मुख्य आयकर आयुक्त बिपिन बिहारी ङ्क्षसह, प्रधान आयकर आयुक्त प्रथम डॉ. अमर वीर ङ्क्षसह ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इनके अलावा सेंट्रल इंडिया रीजनल काउंसिल के सदस्य अभिषेक पांडेय, कानपुर इनकम टैक्स बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष शैलेंद्र सचान, कानपुर चार्टर्ड अकाउंटेंट सोसाइटी के अध्यक्ष ज्ञान प्रकाश गुप्ता, कंपनी सचिव संस्थान के कानपुर चैप्टर के अध्यक्ष मनोज कुमार यादव ने भी विचार रखे। प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त ने टैक्स सलाहकारों के प्रश्नों के जवाब भी दिए। उन्होंने बताया कि इसी विषय पर अगला वेबिनार 27 अगस्त को आयोजित किया जाएगा।
असेसमेंट कमेटी संग बैठक
इससे पहले मंगलवार सुबह प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त ने पश्चिम उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड के लिए बनाई गई फेसलेस असेसमेंट कमेटी के सदस्यों के साथ बैठक की। उन्होंने सभी कार्यो को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए कहा।