Tax Evasion in UP: फर्रुखाबाद में तंबाकू व्यवसायी के यहां मिली टैक्स चोरी, 13.81 लाख रुपये जुर्माना

वाणिज्य कर विभाग के ज्वाइंट कमिश्नर इटावा हीरालाल के नेेतृत्व में जांच दल ने कायमगंज के तंबाकू कारोबारी शंभूदयाल की फर्म शंभूदयाल कौशल एंड संस लक्ष्मण प्रसाद छोटेलाल फर्म के तीन प्रतिष्ठानों पर एक साथ छापेमारी की थी। कई घंटे चली कार्रवाई के बाद टीम वापस लौट गई।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 08:37 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 08:37 PM (IST)
Tax Evasion in UP: फर्रुखाबाद में तंबाकू व्यवसायी के यहां मिली टैक्स चोरी, 13.81 लाख रुपये जुर्माना
टैक्स चोरी की खबर से संबंधित प्रतीकात्मक फोटो।

फर्रुखाबाद, जेएनएन। कायमगंज के तंबाकू व्यवसायी के यहां शनिवार को हुई छापेमारी में प्रारंभिक जांच के दौरान टैक्स चोरी पकड़ी गई है। इस कारण विभाग ने 34 लाख मूल्य का स्टाक सीज कर दिया। 13.81 लाख रुपये जुर्माना तत्काल जमा करने का निर्देश दिया गया है। आगे की जांच के लिए अभिलेख कब्जे में लिए गए हैं। 

वाणिज्य कर विभाग के ज्वाइंट कमिश्नर इटावा हीरालाल के नेेतृत्व में जांच दल ने कायमगंज के तंबाकू कारोबारी शंभूदयाल की फर्म शंभूदयाल कौशल एंड संस, लक्ष्मण प्रसाद छोटेलाल फर्म के तीन प्रतिष्ठानों पर एक साथ छापेमारी की थी। कई घंटे चली कार्रवाई के बाद टीम वापस लौट गई। ज्वाइंट कमिश्नर हीरालाल ने बताया 34 लाख मूल्य का स्टाक सीज किया गया है। जिस पर 13.81 लाख रुपये जुर्माना तत्काल जमा करने का निर्देश दिया गया है। आगे की जांच के लिए अभिलेख कब्जे में ले लिए हैं। मौकेे पर स्टाक का सत्यापन किया गया तो पता चला कि 145 टन तंबाकू के विभिन्न ब्रांड अभिलेखों में नहीं दर्शाए गए थे। मात्र 550 टन तंबाकू ही अभिलेखों में दर्ज थी। 

उन्होंने बताया कि पिछले दिनों इस फर्म के दो वाहन मुरादाबाद व फर्रुखाबाद के विभागीय जांच दल ने पकड़े थे। मुरादाबाद में पकड़े गए वाहन के अभिलेखों में माल हरियाणा जाने का उल्लेख था। जबकि वास्तव में वह माल जनपद संभल के चंदौसी में उतर रहा था। इसी तरह फर्रुखाबाद में पकड़े गए माल के अभिलेख देखने से पता चला कि एक ही पेपर पर दो बार चंदौसी माल भेजा गया। जांच की गई तो पता चला कि हरियाणा की जिन फर्मों को माल सप्लाई होना दर्शाया गया, वहां माल सप्लाई नहीं हो रहा था। सिर्फ अभिलेखों में ही आदान-प्रदान हो रहा था। 

इन फर्मों पर शक तब हुआ जब पिछले पांच वर्षों का टर्नओवर देखा गया। इनका टर्नओवर घटकर आधा रह गया था। अभिलेखों की जांच की जा रही है। इसके लिए नोटिस जारी कर दिया गया है। साक्ष्य के आधार पर अग्रिम कार्रवाई होगी। 

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