कानपुर में बीमारी व डिप्रेशन के चलते दो लोगों ने लगाई फांसी, जांच में जुटी पुलिस
सोनी के भाई अजय ने बताया कि बहन मानसिक रूप से बीमार थी। पहले भी आत्महत्या करने की कोशिश कर चुकी थी। इसी वजह से उस पर हर वक्त नजर रखी जाती थी। बीमारी के कारण ही सोनी की आठवीं कक्षा के बाद पढ़ाई नहीं हो सकी।
कानपुर, जेएनएन। सचेंडी के रुद्रपुर गांव निवासी किसान मुन्नालाल शुक्ला की 18 वर्षीय बेटी सोनी ने सोमवार देर शाम बीमारी से परेशान होकर फांसी लगा ली। वहीं फजलगंज के दर्शनपुरवा में 22 वर्षीय युवक वेद प्रकाश ने डिप्रेशन के चलते फांसी लगा ली।
सोनी के भाई अजय ने बताया कि बहन मानसिक रूप से बीमार थी। पहले भी आत्महत्या करने की कोशिश कर चुकी थी। इसी वजह से उस पर हर वक्त नजर रखी जाती थी। बीमारी के कारण ही सोनी की आठवीं कक्षा के बाद पढ़ाई नहीं हो सकी। इलाज कराया जा रहा था, लेकिन हालत में सुधार नहीं हो रहा था। सोमवार शाम पिता खेत पर मक्का तोडऩे गए थे। मां बाहर बरामदे में बैठी गेहूं साफ कर रही थीं। वह और दोनों भाई रोहित व विजय भी काम करने गए थे। देर शाम जब रोहित घर लौटा तो अंदर कमरे में साड़ी के सहारे सोनी का शव पंखे से लटका देखा। तुरंत उसे फंदे से उतारकर अस्पताल ले गए, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी। थाना प्रभारी ने बताया कि मौके पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। बीमारी के कारण आत्महत्या करने की बात सामने आई है।
इधर, दर्शनपुरवा निवासी ओमकार नाथ वर्मा का 22 वर्षीय बेटा वेदप्रकाश निजी कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन लाकडाउन के बाद नौकरी छूट गई थी। इससे वह डिप्रेशन में रहने लगा था। थाना प्रभारी अजय प्रताप ने बताया कि सोमवार देर रात किसी समय वेद प्रकाश ने फांसी लगा ली। सुबह स्वजन को घटना का पता लगा। थाना प्रभारी अजय प्रताप ने बताया कि स्वजन ने बताया कि युवक के कमरे से मिले फोन की जांच की जा रही है।
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