फतेहपुर में बिंदकी के छात्रों ने गाय के गोबर से बनाया जैविक पेंट, जो बीमारियों से भी बचाएगा
राजकीय पालीटेक्निक में तृतीय वर्ष के छात्र अखिल कुमार विवेक कुमार राहुल शर्माअमन पाल आविष्कार गौरव कुमार वैष्णवी गुप्ता ने पेंट टेक्नालाजी की पढ़ाई कर रहे थे। छात्रों ने गाय के गोबर से एंटी बैक्टीरिया और एंटी फंगस गुणों से भरपूर पेंट बनाने पर काम कर रहे थे।
फतेहपुर, जेएनएन। बाजार में फैली बहुराष्ट्रीय कंपनियों के मंहगे पेंट उत्पादों से जल्द ही छुटकारा मिलने वाला है। यहां राजकीय पालीटेक्निक बिंदकी के छात्रों ने पेंट पर अनूठा प्रयोग किया है। गाय के गोबर से सस्ता, टिकाऊ और जैविक पेंट बहुत ही कम लागत में बनाने में बड़ी कामयाबी हासिल की है। पेंट का उत्पादन कृषि आधारित अर्थ व्यवस्था को भी मजबूत करेगा।
राजकीय पालीटेक्निक में तृतीय वर्ष के छात्र अखिल कुमार, विवेक कुमार, राहुल शर्मा,अमन पाल, आविष्कार, गौरव कुमार, वैष्णवी गुप्ता ने पेंट टेक्नालाजी की पढ़ाई कर रहे थे। छात्रों ने गाय के गोबर से एंटी बैक्टीरिया और एंटी फंगस गुणों से भरपूर पेंट बनाने पर काम कर रहे थे। छात्रों की मेहन रंग लाई और इन सभी गुणों पर आधारित गाय के गोबर से पेंट तैयार करने में कामयाब हासिल की। छात्रों ने पेंट बनाने में गाय के गोबर का इस्तेमाल करके फिर गाय की उपयोगिता को साबित कर दिया है। इस पेंट के उत्पादन से कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की ओर एक और कदम माना जा रहा है।
ऐसेे तैयार होता है यह पेंट : पिगमेंट, रेजिन (गोबर), सालवेंट, ड्रायर, एडिटिव मिलाकर पेंट को तैयार किया जाता है। एक लीटर पेंट 120 से 150 रुपये प्रति लीटर तैयार होगा। बाजार में बहुराष्ट्रीय कंपनियों के पेंट से कहीं सस्ता होगा।
गोबर से तैयार जैविक पेंट के लाभ
इनका ये है कहना छात्रों ने चार माह के शोध के बाद जैविक पेंट तैयार किया है। गाय आधारित बड़ा उपक्रम साबित होगा। इससे गाय की महत्ता बढ़ेगी। पेंट बाजार के अन्य पेंट से सस्ता और जैविक है। इसमें तमाम गुण मौजूद हैं। जो बीमारियों से बचाएंगे। छात्रों का यह बड़ा रिसर्च है। - रवींद्र प्रसाद, प्रवक्ता पेंट टेक्नालाजी राजकीय पालीटेक्निक बिंदकी