क्लीनिक में तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जरूरी : महापौर

वरिष्ठ जोड़ एवं हड्डी रोज विशेषज्ञ डा. एएस प्रसाद की क्लीनिक में 26 जुलाई को क्लीनिक में हुई तोड़फोड़ के मामले में पुलिस हीलाहवाली कर रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 01:53 AM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 01:53 AM (IST)
क्लीनिक में तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जरूरी : महापौर
क्लीनिक में तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जरूरी : महापौर

जेएनएन, कानपुर: वरिष्ठ जोड़ एवं हड्डी रोज विशेषज्ञ डा. एएस प्रसाद की क्लीनिक में 26 जुलाई को तोड़फोड़ एवं मारपीट के मामले में अराजक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई में पुलिस हीलाहवाली बरत रही है। डाक्टरों के साथ हिसक घटनाएं होना दुर्भाग्यपूर्ण है। खासकर वरिष्ठ चिकित्सक डा. एएस प्रसाद के क्लीनिक में तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत है, ताकि अराजक तत्व किसी भी डाक्टर के साथ ऐसा करने की हिम्मत न जुटा सकें। यह बातें शुक्रवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के परेड स्थित सेमिनार हाल में आयोजित प्रेसवार्ता में महापौर प्रमिला पांडेय ने कहीं।

उन्होंने डाक्टरों के साथ अभद्रता एवं हिसक घटनाएं होने पर चिता जताई। डाक्टरों के क्लीनिक एवं प्रतिष्ठानों में मारपीट व तोड़फोड़ की घटनाओं को निदनीय बताया। महापौर ने कहा कि कोरोना काल में डाक्टरों ने जिस जिम्मेदारी के साथ संक्रमित मरीजों का इलाज और देखभाल की उसकी समाज एवं सरकार ने प्रशंसा की है। कोरोना काल में आइएमए के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डा. केके अग्रवाल ने मरीजों की सेवा करते हुए अपनी जान गंवा दी। ऐसे में डाक्टरों के समाज के प्रति बलिदान को भूल कर अभद्रता करने वाले अराजक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने पुलिस से मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट में मुकदमा दर्ज कर कठोर कार्रवाई करने की मांग की है। इस दौरान आइएमए अध्यक्ष डा. नीलम मिश्रा, सचिव डा. दिनेश सचान एवं डा. शिवाकांत मिश्रा मौजूद रहे। रोहिग्या और संदिग्ध बांग्लादेशियों की तलाश में शुरू हुआ मेगा अभियान, कानपुर: लखनऊ में मानव तस्करी में शामिल रोहिग्या और संदिग्ध बांग्लादेशियों की गिरफ्तारी के बाद एटीएस के साथ ही कमिश्नरेट पुलिस भी सतर्क हो गई है। पुलिस आयुक्त ने संदिग्धों के दस्तावेज जांचने के आदेश सभी थाना प्रभारियों को दिए हैं। आदेश के बाद पनकी पुलिस ने अपने यहां स्थित बस्ती में दस्तावेज जांचने का काम भी शुरू कर दिया। लगभग दो सौ लोगों के दस्तावेज चेक किए गए। एलआइयू रिपोर्ट के मुताबिक कानपुर में एक भी रोहिग्या नहीं है। जबकि हाल ही में अलकायदा आतंकवादियों की गिरफ्तारी के बाद एटीएस को जानकारी मिली है कि कानपुर के कई इलाकों में रोहिग्या नाम व पहचान छिपाकर रह रहे हैं। अब लखनऊ में मानव तस्करी में रोहिग्या नागरिकों की गिरफ्तारी के बाद एक बार फिर जांच की जरूरत महसूस की जा रही है। एटीएस ने कानपुर में रोहिग्या तलाशने का काम अपने स्तर से शुरू किया है। उन्होंने पूर्व में फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले गिरोहों के जरिए जांच शुरू की है। एटीएस का मानना है कि इन गिरोहों के मार्फत रोहिग्या या संदिग्ध बांग्लादेशी स्थानीय नागरिक बनकर निवास कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर कमिश्नरेट पुलिस ने भी खोजी अभियान शुरू कर दिया है। पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने बताया कि उन्होंने सभी थाना प्रभारियों को एक आदेश जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि ऐसे स्थान जहां पूर्व में रोहिग्या या संदिग्ध बांग्लादेशी पकड़े गए हैं। ऐसे स्थान जहां इनके मददगार प्रकाश में आए। वहां अभियान चलाकर सभी की शिनाख्त की जाए। जो लोग संदिग्ध मिलें, उनकी जांच की जाए। पुलिस आयुक्त ने बताया कि शुक्रवार को पनकी पुलिस ने विभिन्न संदिग्ध बस्तियों में दो सौ लोगों के दस्तावेज चेक किए। शनिवार से अभियान पूरे कमिश्नरेट में चलेगा। पीआरवी की सक्रियता से चोरी गया बैग बरामद, कानपुर : फजलगंज थाना क्षेत्र के एक शोरूम के पास शास्त्री नगर निवासी गौरांग सिंह की कार पंचर हो गई थी। स्टेपनी बदलने के दौरान शातिर ने उनकी कार से लैपटाप बैग चोरी कर लिया। जिसमें एप्पल का लैपटाप, टैबलेट और कुछ नकदी थी। गौरांग ने कंट्रोल रूम को सूचना दी। जिस पर पीआरवी 0436 और 4733 ने सक्रियता दिखाते हुए चोर के भागने वाले रास्ते पर गाड़ी दौड़ाई। एक संदिग्ध युवक बैग से सामान निकालते देखकर उसे घेरा तो शातिर बैग फेक करके मरियमपुर अस्पताल के अंदर घुस गया। काफी तलाश के बाद नहीं मिला। पीआरवी ने बैग बरामद करके पीड़ित के सुपुर्द किया। जरीब चौकी डिवीजन में भ्रष्टाचार की जांच करेगी कमेटी, कानपुर : केस्को जरीब चौकी डिवीजन में की गई भ्रष्टाचार की शिकायतों की जांच के लिए कमेटी गठित की गई है। आरटीआइ कार्यकर्ता सौरभ मिश्रा ने जरीब चौकी डिवीजन में भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत विधान परिषद की बिजली के मामलों की जांच कमेटी से की थी। जांच कमेटी जब जरीब चौकी डिवीजन निरीक्षण करने पहुंची थी तो वहां एक महिला ने औद्योगिक कनेक्शन के लिए मीटर रीडर पर 21 हजार रुपये लेने के आरोप लगाए थे। मीटर रीडर को बर्खास्त कर उसके खिलाफ एफआइआर भी दर्ज कराई जा चुकी है। आरटीआइ कार्यकर्ता सौरभ मिश्रा ने जरीब चौकी डिवीजन में अनियमितताओं की शिकायत केस्को मुख्यालय से लेकर यूपीपीसीएल तक की है। हाल ही में विधान परिषद की बिजली के मामलों की जांच कमेटी जरीब चौकी डिवीजन पहुंची तो उन्होंने फिर से शिकायत की। इसके बाद उनसे अनियमितताओं के साक्ष्य लेकर केस्को मुख्यालय आने को कहा गया। उन्होंने मुख्य अभियंता को कागजात सौंपे और कार्रवाई की मांग की। केस्को मीडिया प्रभारी चंद्रशेखर अंबेडकर ने बताया कि मुख्य अभियंता के निर्देश पर दो सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई है। केस्को एमडी से अप्रूवल मिलने के बाद जांच शुरू होगी।

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