वाह क्या मर्तबा ऐ गौस है बाला तेरा, ऊंचे ऊंचों के सिरों से कदम आला तेरा...
ऑल इंडिया गरीब नवाज काउंसिल ने अक्सा जामा मस्जिद गद्दियाना में जश्न ए ताजदार ए बगदाद मनाया। गौस ए आजम का कुल किया गया। कुल के बाद मौलाना हाशिम अशरफी ने मुल्क में खुशहाली कोरोना से निजात समाज में फैली बुराइयों के खात्मे बीमारियों से हिफाजत की दुआ की।
कानपुर, जेएनएन। वाह क्या मर्तबा ऐ गौस है बाला तेरा, ऊंचे ऊंचों के सिरों से कदम आला तेरा...हजरत गौस ए आजम शेख अब्दुल कादिर जीलानी की याद में ग्यारहवीं शरीफ मनाई गई। कोरोना संक्रमण की वजह से इस वर्ष जुलूस ए गौसिया नहीं निकाले गये। लोगों ने घरों, मस्जिदों व सूफी खानकाहों में ही ग्याहरवीं शरीफ की महफिल की और लंगर बांटा। जुमे की नमाज से पहले तकरीरों में हजरत गौसुल आजम की जिंदगी पर रोशनी डाली गई।
ऑल इंडिया गरीब नवाज काउंसिल ने अक्सा जामा मस्जिद गद्दियाना में जश्न ए ताजदार ए बगदाद मनाया। इस दौरान गौस ए आजम का कुल किया गया। कुल के बाद मौलाना हाशिम अशरफी ने मुल्क में खुशहाली, कोरोना से निजात, समाज में फैली बुराइयों के खात्मे, बीमारियों से हिफाजत की दुआ की। उन्होने कहा कि गौस ए आजम का मिशन लोगों को हर तरह की बुराइयों से बचाना है। उनके मिशन को आगे बढ़ाने की जरूरत है। इस दौरान हाफिज मोहम्मद अरशद अशरफी, मोहम्मद रफीक, खुर्शीद आलम, हाजी अब्दुल हमीद, हाजी रसूल बख्श आदि मौजूद रहे।
तंजीम बरेलवी उलमा ए अहले सुन्नत ने बाबू पुरवा में जलसा आयोजित किया। जलसे को मौलाना हस्सान कादरी ने संबोधित किया। उन्होंने गौस ए आजम की जिंदगी पर रोशनी डाली। जलसे के बाद मिठाई बांटी गई। इस दौरान हाफिज मोहम्मद फैसल जाफरी, वसीउल्लाह रजवी, शमीमुल्लाह चिश्ती, मोहम्मद जावेद आदि रहे। शहरकाजी मुफ्ती साकिब अदीब ने फेथफुलगंज, रावतपुर, मसवानपुर, रोशन नगर, फजलगंज में गौस ए आजम की याद में हुई महफिलों में शिरकत की। इस दौरान महबूब आलम खान, इमरान रजा अजहरी, डा.निसार अहमद, सगीर आलम हबीब, वासिक बेग आदि रहे।