सीएसजेएमयू से चार जिलों के 400 कॉलेज की संबद्धता खत्म, प्रदेश सरकार ने लगाई मुहर

प्रदेश सरकार ने गजट जारी करके इन कॉलेजों को हटाने पर लगाई मुहर हरदोई सीतापुर लखीमपुर व रायबरेली के कॉलेज जुड़ेंगे लखनऊ विवि से इन चार जिलों से पहले इलाहाबाद कौशांबी व फतेहपुर के 450 कॉलेजों को 2015 में सीएसजेएमयू से अलग कर इलाहाबाद विवि से जोड़ा गया

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Wed, 30 Sep 2020 11:17 PM (IST) Updated:Wed, 30 Sep 2020 11:17 PM (IST)
सीएसजेएमयू से चार जिलों के 400 कॉलेज की संबद्धता खत्म, प्रदेश सरकार ने लगाई मुहर
खबर से संबंधित सीएसजेएमयू का सांकेतिक चित्र

कानपुर, जेएनएन। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) से संबद्ध डिग्री कॉलेजों की संख्या घटाने के लिए प्रदेश सरकार ने गजट जारी कर दिया है। इसके अनुसार चार जिले व उनमें संचालित 400 से अधिक डिग्री कॉलेज सीएसजेएमयू से अलग होंगे। अधिक दूरी व देश भर में सर्वाधिक 950 कॉलेज सीएसजेएमयू से संबद्ध होने के कारण यह संख्या घटाई गई है। अलग हुए कॉलेज लखनऊ विश्वविद्यालय से संबद्ध होंगे।

नए सत्र से हरदोई, सीतापुर, रायबरेली व लखीमपुर के डिग्री कॉलेजों में प्रवेश लेने वाले छात्रों का पंजीकरण लखनऊ विश्वविद्यालय में होगा। इससे उन्हें सहूलियत मिलेगी। अभी तक यह कॉलेज सीएसजेएमयू से संबद्ध हैं। प्रदेश सरकार ने गजट जारी करके इन कॉलेजों को हटाने पर मुहर लगा दी है। अब सीएसजेएमयू से कानपुर नगर, कानपुर देहात, इटावा, औरैया, फर्रुखाबाद, कन्नौज व उन्नाव के करीब 500 डिग्री कॉलेज संबद्ध रहेंगे जबकि अभी 950 डिग्री कॉलेजों के आठ लाख छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। इन चार जिलों से पहले इलाहाबाद, कौशांबी व फतेहपुर के 450 कॉलेजों को 2015 में सीएसजेएमयू से अलग किया जा चुका है। वह सभी इलाहाबाद विश्वविद्यालय से जुड़े हैं।

नई शिक्षा नीति में अधिकतम 300 कॉलेज ही जुड़ेंगे

नई शिक्षा नीति में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए किसी भी विश्वविद्यालय से अधिकतम 300 कॉलेज जोडऩे का निर्णय लिया गया है। इससे अधिक कॉलेजों को कोई भी विश्वविद्यालय संबद्धता नहीं दे सकेगा। सभी विश्वविद्यालयों में कॉलेज संख्या इसके अनुरूप करने की तैयारी जारी है।

परीक्षा शुल्क ज्यादा होने से घबराए

उप्र स्व वित्तपोषित महाविद्यालय एसोसिएशन की बैठक में कॉलेज प्रबंधकों ने लखनऊ विश्वविद्यालय का परीक्षा शुल्क अधिक होने पर चिंता जताई। एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय त्रिवेदी ने बताया कि सीएसजेएमयू में स्नातक के छात्रों का परीक्षा शुल्क 900 रुपये है। लखनऊ विवि में यह शुल्क पांच हजार के करीब है। ऐसे में छात्र पांच गुना अधिक शुल्क कैसे दे सकेंगे। लखनऊ विवि से परीक्षा शुल्क घटाने पर वार्ता की जाएगी।

इनका ये है कहना

कॉलेजों की संबद्धता खत्म किए जाने से संबंधित प्रदेश सरकार का गजट अभी प्राप्त नहीं हुआ है। शासन के आदेशानुसार आगे की प्रक्रिया होगी। - डॉ.अनिल कुमार यादव, कुलसचिव सीएसजेएमयू  

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