कानपुर: वार्डों में कंप्यूटर पर हाथ आजमाएंगी स्टाफ नर्स व सिस्टर, आनलाइन इंडेंट जारी करने का फरमान
जीएसवीएम मेडिकल कालेज के एलएलआर एवं संबद्ध अस्पतालो में ई-हास्पिटल सिस्टम तीन वर्षों से कार्यरत है। पहले चरण में ओपीडी में मरीजों के पंजीकरण का कार्य शुरू किया गया। उसके बाद इमरजेंसी में मरीजों का एडमिशन एवं यूजर चार्ज काउंटर शुरू किया गया।
कानपुर, जेएनएन। एलएलआर (हैलट) एवं संबद्ध अस्पतालों के वार्डों में तैनात सिस्टर इंचार्ज और स्टाफ नर्स जल्द ही कंप्यूटर के कीबोर्ड पर हाथ चलाती नजर आएंगी। एलएलआर अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक ने प्रत्येक वार्ड में मरीजों की डिस्चार्ज से लेकर दवाओं का इंडेंट आनलाइन जारी करने का फरमान जारी कर दिया है। जिस वार्ड की सिस्टर इंचार्ज और स्टाफ नर्स आनलाइन डिस्चार्ज और इंडेंट जारी नहीं करेगी, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
जीएसवीएम मेडिकल कालेज के एलएलआर एवं संबद्ध अस्पतालो में ई-हास्पिटल सिस्टम तीन वर्षों से कार्यरत है। पहले चरण में ओपीडी में मरीजों के पंजीकरण का कार्य शुरू किया गया। उसके बाद इमरजेंसी में मरीजों का एडमिशन एवं यूजर चार्ज काउंटर शुरू किया गया। उसके बाद अस्पताल के ड्रग स्टोर को आनलाइन किया गया। अब अस्पताल के वार्डों में भर्ती मरीजों के दवाओं का इंडेंट भी आनलाइन जारी किया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक वार्ड में कंप्यूटर लगाए गए हैं, प्रत्येक सिस्टर एवं स्टाफ नर्स को ट्रेनिंग प्रदान की गई है। कई बार रिमांडर देने के बाद भी किसी भी वार्ड से न आनलाइन डिस्चार्ज बन रहा था और न ही दवाओं का इंडेंट आनलाइन जनरेट हो रहा था। लगातार लापरवाही बरतने पर प्रमुख अधीक्षक ने आनलाइन कार्य करने का फरमान जारी किया है। प्रमुख अधीक्षक प्रो. आरके मौर्या का कहना है कि आनलाइन इंडेंट व डिस्चार्ज न जारी करने वाले सिस्टर एवं स्टाफ नर्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उसके बाद भी कार्य न करने पर वेतन कटौती भी की जाएगी।