कानपुर में जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए भाजपा व सपा की बसपा और निर्दलियों पर निगाह
बसपा के पास मात्र छह सदस्य हैं ऐसे में पार्टी यहां अपना उम्मीदवार उतारेगी इसकी कम उम्मीद है। ऐसे में उसके सभी सदस्य एकजुट रहें और पार्टी जिसे समर्थन दे उसके साथ जाएं इसकी कोशिश स्थानीय पदाधिकारी कर रहे हैं। इसीलिए सदस्यों से कहा गया है
कानपुर, जेएनएन। जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर कब्जे के लिए सपा और भाजपा पूरी ताकत झोंक दी है। भले ही दोनों पाॢटयों ने अभी तक उम्मीदवारों के नाम का एलान नहीं किया है, लेकिन उनकी कोशिश है कि वे बहुमत के लिए जरूरी सदस्यों का जुगाड़ कर लें। दोनों ही दलों की निगाह बसपा और निर्दलीय जिला पंचायत सदस्यों पर है। भाजपा के अगर सभी नौ सदस्य एकजुट रहते हैं तो उसे अध्यक्ष बनाने के लिए आठ सदस्यों की जरूरत होगी, जबकि सपा को सिर्फ छह सदस्य और चाहिए। न तो निर्दलीय अभी कुछ बोल रहे हैं और न ही बसपा और निषाद पार्टी का सदस्य। हालांकि भाजपा हो या सपा दोनों दलों के दावेदार सदस्यों से मोलभाव करने में जुटे हुए हैं।
बसपा के पास मात्र छह सदस्य हैं ऐसे में पार्टी यहां अपना उम्मीदवार उतारेगी इसकी कम उम्मीद है। ऐसे में उसके सभी सदस्य एकजुट रहें और पार्टी जिसे समर्थन दे उसके साथ जाएं इसकी कोशिश स्थानीय पदाधिकारी कर रहे हैं। इसीलिए सदस्यों से कहा गया है कि अगर विधानसभा चुनाव में टिकट की दावेदारी करने की सोच रहे हैं तो पार्टी के दिशा निर्देशों को मानना होगा।
पार्टी में कुछ ऐसे सदस्य हैं जो विधानसभा चुनाव लड?ा भी चाहते हैं ऐसे में वे तो पूरी तरह से शांत हैं और पार्टी आलाकमान के निर्देश का इंतजार कर रहे हैं। उम्मीद यह भी है कि बसपा किसी दल के साथ न दिखना चाहे इसलिए वह अपने सदस्यों को मतदान से गैर हाजिर रहने या अपनी इच्छा के अनुरूप मतदान करने के लिए कह दे। 2022 में विधानसभा के चुनाव होने हैं ऐसे में विरोधी दलों को कोई मौका न मिले इसलिए ऐसी उम्मीद ज्यादा है। हालांकि भाजपा और सपा के लोग बसपा के एक- एक सदस्य से संपर्क साध रहे हैं। रही बात निर्दलीय सदस्यों की तो उनकी संख्या पांच है, जबकि एक सदस्य निषाद पार्टी का है। सपा के रणनीतिकार जहां एकजुट होकर बसपा, निर्दलीय और निषाद पार्टी के सदस्य से संपर्क साध रहे हैं वहीं भाजपा के दो दावेदार अलग- अलग संपर्क साध रहे हैं।
किस दल के पास कितने सदस्य
अखिलेश यादव तय करेंगे उम्मीदवार : सपा में चार दावेदार हैं। सोमवती संखवार, मीना गौतम, मीना वर्मा और राजू दिवाकर। इनमें से किसी एक को टिकट मिलना है। स्थानीय स्तर पर किसी तरह का असंतोष न हो इसलिए पार्टी के जिलाध्यक्ष राघवेंद्र ङ्क्षसह यादव ने चारों दावेदारों के नाम सपा प्रमुख अखिलेश यादव को भेज दिया है। अब उन्हेंं ही तय करना है कि उम्मीदवार कौन होगा।