कानपुर में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के दावेदारों की स्क्रीनिंग करेगी सपा, आज कार्यालय में होगी बैठक

राजनीतिक पृठभिूमि कांग्रेस से जुड़ी रही है। उनके पति रामलखन गौतम बिल्हौर विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट चुनाव लड़ चुके हैं। हालांकि वह कई वर्षों से सपा से जुड़े हुए हैं। अब देखना यह है कि इन चार में से पार्टी किस पर दांव लगाती है।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 09:25 AM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 09:25 AM (IST)
कानपुर में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के दावेदारों की स्क्रीनिंग करेगी सपा, आज कार्यालय में होगी बैठक
फिर एक नाम पर सहमति बनाकर पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को भेजा जाएगा

कानपुर, जेएनएन। जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव की घोषणा होते ही सपा इस सीट पर कब्जे को लेकर रणनीति बनाने में जुट गई है। गुरुवार को नवीन मार्केट स्थित पार्टी कार्यालय में टिकट के दावेदारों की स्क्रीनिंग होगी। 32 सीटों वाली जिला पंचायत में सपा के पास 11 सदस्य हैं और सर्वसम्मति से किसी नाम पर अंतिम मुहर लगाने की कोशिश होगी। पार्टी को जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर कब्जे के लिए छह और सदस्यों के समर्थन की जरूरत है। सपा के रणनीतिकारोंकी कोशिश है कि वे निर्दलीयों के साथ ही बसपा में भी सेंधमारी करें।

अध्यक्ष का पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है।

ऐसे में अनुसूचित जाति का पुरुष या महिला इस सीट पर चुनाव लड़ सकते हैं। पेम से राजू दिवाकर, ककवन से मीना देवी, सरसौल से मीना वर्मा और चौबेपुर घाटमपुर से सोमवती संखवार सपा के टिकट पर जीती हैं। सोमवती की बात करें तो उन्हेंं 2012 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने टिकट दिया था, लेकिन बाद में उनका टिकट काटकर इंद्रजीत कोरी को दे दिया गया, लेकिन सोमवती पार्टी के साथ जुड़ी रहीं। ककवन से जीतीं मीना गौतम की राजनीतिक पृठभिूमि कांग्रेस से जुड़ी रही है। उनके पति रामलखन गौतम बिल्हौर विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट चुनाव लड़ चुके हैं। हालांकि वह कई वर्षों से सपा से जुड़े हुए हैं। अब देखना यह है कि इन चार में से पार्टी किस पर दांव लगाती है। गुरुवार को होने वाली बैठक में सभी सदस्यों को बुलाया गया है। उनकी कार्यक्षमता को भी परखा जाएगा और फिर एक नाम पर सहमति बनाकर पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को भेजा जाएगा।

बसपा में अभी चुनाव को लेकर हलचल नहीं : बसपा में अभी जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लाक प्रमुख के चुनाव को लेकर कोई हलचल नहीं है। पार्टी में ब्लाक प्रमुख पद पर चुनाव लडऩे के लिए कई दावेदार हैं, लेकिन अभी जिला इकाई की ओर से किसी का नाम नहीं मांगा गया है। वैसे भी बसपा के पास सिर्फ छह जिला पंचायत सदस्य हैं और उसे चुनाव जीतने के लिए 11 सदस्यों की जरूरत होगी जो जुटा पाना आसान नहीं है। जिलाध्यक्ष रामशंकर कुरील का कहना है कि पार्टी नेतृत्व जैसा निर्देश देगा उसके अनुसार ही काम किया जाएगा। फिलहाल चुनाव के संबंध में कोई दिशा निर्देश नहीं मिला है। 

      इनका ये है कहना

जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव पार्टी पूरी मजबूती से लड़ेगी। हमारी तैयारी पूरी है। जल्द ही हम उम्मीदवार के नाम का एलान करेंगे। - राघवेंद्र सिंह यादव, जिलाध्यक्ष सपा ग्रामीण इकाई
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