Double Murder Case में सपा एमएलसी कमलेश पाठक व अन्य आरोपितों को मिली अगली तारीख
15 मार्च 2020 को शहर के मुहल्ला नरायनपुर स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर परिसर में अधिवक्ता मंजुल चौबे व उसकी चचेरी बहन सुधा की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने सपा एमएलसी कमलेश पाठक समेत 11 लोगों को आरोपित कर गिरफ्तार किया गया था।
औरैया, जेएनएन। दोहरे हत्याकांड में डेढ़ साल से जेल में बंद सपा एमएलसी व उनके दो सगे भाइयों सहित 11 आरोपितों पर विशेष न्यायाधीश एमपी एमएलए कोर्ट में गुरुवार से विचारण शुरू हो गया। मुकदमे के वादी ने लिखाई गई रिपोर्ट के समर्थन में गवाही दी। बचाव पक्ष के वकील ने जिरह शुरू कर दी। अगली सुनवाई की तिथि 28 सितंबर तय की गई है।
15 मार्च 2020 को शहर के मुहल्ला नरायनपुर स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर परिसर में अधिवक्ता मंजुल चौबे व उसकी चचेरी बहन सुधा की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने सपा एमएलसी कमलेश पाठक, उनके भाई पूर्व ब्लाक प्रमुख संतोष पाठक, रामू पाठक, सरकारी गनर, कई सगे संबंधियों समेत 11 लोगों को आरोपित कर गिरफ्तार किया गया था। सभी अलग-अलग जेल में बंद हैैं। सपा एमएलसी व अन्य आरोपितों पर गैंगस्टर की कार्रवाई भी की गई। विशेष न्यायाधीश अपर जिला जज एमपी-एमएलए कोर्ट रजत सिन्हा के समक्ष आरोप तय होने के बाद गवाही पर सुनवाई तय की गई। गुरुवार को एमएलसी कमलेश पाठक को सेंट्रल जेल आगरा से, उनके भाई संतोष पाठक को फीरोजाबाद, रामू पाठक को उरई जेल व अन्य को इटावा जिला कारागार से लाकर न्यायालय में पेश किया गया। एमएलसी व अन्य आरोपितों के अधिवक्ताओं ने 302 व 307 के दोनों मुकदमों को साथ-साथ सुनने के लिए प्रार्थनापत्र प्रस्तुत किए। जिसका अभियोजन पक्ष के अधिवक्ता व शासकीय अधिवक्ता अरङ्क्षवद राजपूत, रमेश चंद्र मिश्रा ने विरोध किया। अदालत ने बचाव पक्ष के प्रार्थनापत्र को खारिज कर गवाही शुरू करवा दी। पहले गवाह मृतक अधिवक्ता मंजुल चौबे के चचेरे भाई वादी आशीष चौबे पुत्र अरङ्क्षवद ने गवाही दी। जिस पर बचाव पक्ष के अधिवक्ताओं ने बहस शुरू कर दी। शासकीय अधिवक्ता ने बताया कि अगली तिथि 28 सितंबर तय की गई है। इस दौैरान भारी पुलिस बल की मौजूदगी रही।