पीड़ित परिवारों को लेकर धरने पर बैठे सपा विधायक

केडीए द्वारा मुकदमा दर्ज कराए जाने के फैसले का किया विरोध

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 02:29 AM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 02:29 AM (IST)
पीड़ित परिवारों को लेकर धरने पर बैठे सपा विधायक
पीड़ित परिवारों को लेकर धरने पर बैठे सपा विधायक

जागरण संवाददाता, कानपुर: लोहा मंडी हादसे को लेकर पुलिस और प्रशासन की अब तक की कार्रवाई के विरोध में सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी बुधवार को पीड़ित परिवारों को साथ धरने पर बैठ गए। उनका कहना था कि केडीए मामले में खुद आरोपित है। एक आरोपित ने दूसरे आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर दोनों को बचाने का काम किया है।

सपा विधायक ने बताया कि दो दिन बाद भी पीड़ित परिवारों के पुनर्वासन की व्यवस्था नहीं की गई है। न ही उनके रहने और खाने की चिंता प्रशास ने की है। सभी इधर उधर भटक रहे हें। मंगलवार को बिल्डर व पीड़ितों के बीच समझौते के लिए प्रयास किए थे। बिल्डर उसी स्थान पर मकान बनाकर देने के लिए राजी हो गया था। मगर, पुलिस ने उन्हें जेल भेजकर सभी रास्ते बंद कर दिए। विधायक ने आरोप लगाया कि हादसे के लिए केडीए भी दोषी है। इस मौके पर उन्होंने सीओ अकमल खान को केडीए के खिलाफ तहरीर दी और पीड़ितों के पुनर्वासन के लिए एसीएम चतुर्थ को ज्ञापन दिया।

पीड़ित बोले साजिश के तहत गिराई इमारत

कानपुर: पीड़ितों ने इमारत गिरने में किसी साजिश से इंकार नहीं किया है। देवेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि खोदाई शुरू होने के बाद ही मकान मालिक ने केडीए को प्रार्थना पत्र दिया था कि मकान जर्जर हैं। इन्हें गिरा देना चाहिए। अब लगता है कि यह साजिश है। अनुज अवस्थी ने बताया कि साजिश के तहत नींव को खोखला कर दिया गया ताकि मकान गिर जाएं और पुराने किराएदार अपने आप बाहर हो जाएं। अब तक पुलिस और प्रशासन के कदम से भी यही दिखाई पड़ रहा है कि हादसे के पीछे केवल किराएदारों से मकान खाली कराने थे। राकेश कुमार यादव ने बताया कि अगर उन्होंने दीवार में दरार न देखी होती तो निश्चित बड़ा हादसा होता और कई जानें जाती। बरखा सविता ने भी इस हादसे में साजिश की आशंका व्यक्त की है। सांसद ने कहा बिल्डर से वसूलें हर्जाना

सांसद सत्यदेव पचौरी ने भी लोहामंडी हादसे पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि बिल्डर, केडीए व पुलिस की मिलीभगत से यह सब हुआ। आखिर 40 फिट गहरी खोदाई की अनुमति केडीए ने कैसे दी। उन्होंने डीएम व केडीए वीसी को फोन करके घटनाक्रम की जानकारी ली और निर्देश दिए कि 22 परिवार जो उजड़े हैं, उन्हें पुनर्वासित किया जाए। सांसद ने बिल्डर से ही हर्जाना वसूले जाने की बात भी कही है।

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