कन्नौज में छेड़छाड़ के आरोप में सपा नेता गिरफ्तार, इससे आक्रोशित होकर सपाइयों ने घेरी कोतवाली

टीपी वर्मा ने सपाइयों को समझाने का प्रयास किया और उच्चाधिकारियों को सूचना दी। थोड़ी देर बाद पहुंचे सीओ सिटी शिवप्रताप सिंह से सपाइयों की नोकझोक हुई। पूर्व विधायक ताहिर हुसैन सिद्दीकी ने घटना की निष्पक्ष जांच करा कर सपा नेता धर्मेंद्र यादव को रिहा करने की मांग की।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 09:49 PM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 09:49 PM (IST)
कन्नौज में छेड़छाड़ के आरोप में सपा नेता गिरफ्तार, इससे आक्रोशित होकर सपाइयों ने घेरी कोतवाली
कोतवाली के बाहर धरना प्रदर्शन करते सपा कार्यकर्ता। जागरण

कानपुर, जेएनएन। कन्नौज में एक महिला ने सपा नेता पर छेड़छाड़ का आरोप लगा दिया, जिस पर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद सपाइयों ने कोतवाली का घेराव कर धरना दिया तथा मामले की निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग की। समझाने गए सीओ सिटी की सपाइयों से नोकझोंक हुई। कार्यकर्ता सपा नेता को रिहा करने की मांग पर अड़े थे। 

गुरुवार को कस्बा सराय प्रयाग निवासी सपा नेता धर्मेंद्र यादव के खिलाफ एक महिला ने छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए शिकायत की। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। इसकी जानकारी होते ही सपा जिलाध्यक्ष कलीम खान, पूर्व ब्लाक प्रमुख नवाब सिंह यादव, युवजन सभा के प्रदेश सचिव उत्कर्ष गुप्ता सहित कई कार्यकर्ता कोतवाली पहुंच गए। जहां उन्होंने गेट के सामने कोतवाली का घेराव कर धरना प्रदर्शन किया और पुलिस तथा प्रशासन विरोधी नारे लगाए।

प्रभारी निरीक्षक टीपी वर्मा ने सपाइयों को समझाने का प्रयास किया और उच्चाधिकारियों को सूचना दी। थोड़ी देर बाद पहुंचे सीओ सिटी शिवप्रताप सिंह से सपाइयों की नोकझोक हुई। पूर्व विधायक ताहिर हुसैन सिद्दीकी ने घटना की निष्पक्ष जांच करा कर सपा नेता धर्मेंद्र यादव को रिहा करने की मांग की। सीओ ने उन्हें आश्वासन दिया कि जांच के बाद ही कार्रवाई की जाएगी। इस मौके पर सपा प्रदेश सचिव विनय श्रीवास्तव, नासिर सिद्दीकी, चंद्र प्रकाश कुशवाहा, रामनिवास सविता, अब्दुल सत्तार कुरैशी, रणधीर ठाकुर, नसीम खान, शिवम दुबे मौजूद रहे। गौरतलब है कि धर्मेंद्र यादव हाल में ही कांग्रेस छोड़कर सपा में शामिल हुए हैं। उन्होंने बताया कि उनके भाई ग्राम प्रधान हैं। मनरेगा के तहत विकास कार्यों में कई लोग अवरोध उत्पन्न कर रहे हैं। षडय़ंत्र के तहत उन्हें फंसाया जा रहा है। मामले की निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए।

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