Somvati Amavasya 2021: चित्रकूट के रामघाट पर पहुंचे स्नानार्थी, दो दिन के लिए बंद किए कामतानाथ और मंदिरों के पट
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मध्य प्रदेश के सतना जिला प्रशासन ने सोमवती अमवस्या पर मेला पर प्रतिबंध लगा दिया था वहीं यूपी वाले हिस्से में भी चित्रकूट प्रशासन ने भक्तों से न आने की अपील की थी।
चित्रकूट, जेएनएन। चैत्र मास की सोमवती अमावस्या पर प्रतिबंध के बाद भी श्रद्धालु चित्रकूट पहुंच रहे हैं। सोमवार की सुबह से रामघाट पर मंदाकिनी स्नान व कामदगिरि की परिक्रमा करने वालों की आमद बढ़ती जा रही है। हालांकि प्रशासन की ओर से कोरोना संक्रमण का हवाला देकर श्रद्धालुओं से घर लौटने का अनुरोध लगातार किया जा रहा है, वहीं कामदगिरि प्रमुख द्वार में पट बंद हैं और बैरिकेडिंग भी की गई है।
कोराेना संक्रमण तेजी से बढ़ने के कारण मध्यप्रदेश के सतना प्रशासन ने चित्रकूट वाले हिस्से में सोमवती अमवस्या पर मेला पर प्रतिबंध लगा दिया था। वहीं यूपी वाले हिस्से में भी प्रशासन ने लोगों से नहीं आने की अपील की थी। इसके बाद भी सोमवार को सुबह रामघाट में श्रद्धालु का आना जारी हो गया। हालांकि पिछली अमावस्या के अपेक्षा भीड़ बहुत कम ही नजर आई। ड्यूटी में लगे अधिकारी के अनुरोध के बाद भी लोग आस्था के आगे कोविड नियमों को भूल गए। यूपी व एमपी जिला प्रशासन ने प्रमुख मार्गों में बैरियर लगाकर लोगों को रोकने का प्रयास किया है। इसके बाद भी श्रद्धालु दूसरे रास्तों से रामघाट व परिक्रमा पथ तक पहुंच रहे हैं।
सोमवती अमावस्या पर मेला को प्रतिबंधित करने के साथ प्रशासन ने भगवान कामतानाथ स्वामी के पट दो दिन के लिए बंद कर दिए हैं। रामघाट के मठ-मंदिरों भी बंद हैं अौर चित्रकूट की उप्र और मप्र की सीमाएं भी सील हैं। डीएम शुभ्रांत कुमार शुक्ल ने बताया कि संतों व अधिकारियों की अपील के बाद भी कुछ लोग आ गए हैं। श्रद्धालुओं को महामारी का हवाला देकर वापस जाने को कहा जा रहा है। चित्रकूट आने वाले सभी रास्तों पर नजर रखी जा रही है।