सरसैया घाट पुल के लिए मिट्टी का सैंपल लेंगे आज, अक्टूबर तक बन जाएगी डीपीआर
कानपुर में गंगा बैराज और लखनऊ मार्ग को जोडऩे के लिए सरसैयाघाट के पास पुल का निर्माण प्रस्तावित है। इसके लिए मिट्टी का सैंपल लिये जाने के बाद अक्टूबर तक डीपीआर तैयार की जाएगी। यूपीसीडा ने सेतु निगम को 57.90 लाख रुपये दिये हैं।
कानपुर, जेएनएन। गंगा बैराज और लखनऊ मार्ग को जोडऩे के लिए सरसैयाघाट के पास पुल बनाया जाना है। इसके लिए उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण की (यूपीसीडा) की ओर से दी गई धनराशि गुरुवार को सेतु निर्माण निगम को मिल गई है। अधिकारी का दावा है कि अगले माह तक पूरी डीपीआर तैयार कर ली जाएगी ।
वीआइपी रोड को ट्रांसगंगा सिटी के पास गंगा बैराज और लखनऊ मार्ग से जोडऩे के लिए पिछले पांच वर्ष से कवायद चल रही है, लेकिन धरातल में अब आ पाई है। अभी बांसमंडी, हरबंश मोहाल, बिराहाना रोड, घंटाघर, लाटूश रोड, मूलगंज में से ट्रांसगंगा सिटी जाने के लिए कैंट से नये शुक्लागंज पुल होते हुये ट्रांसगंगा सिटी की ओर जाते हैं। इस रूट से जाने में करीब 14 किमी का चक्कर लगाना पड़ता है। शुक्लागंज नये पुल, कैंट और जयपुरिया क्राङ्क्षसग पर भीषण जाम लगता है। ऐसे में एक घंटे से ऊपर का समय लगा जाता है।
सरसैया घाट के पास पुल बनने से 10 किमी तक दूरी घट जाएगी। वीआइपी रोड से सरसैया घाट होते हुए ट्रांसगंगा सिटी की तरफ पहुंच जाएंगे। ऐसे में लोगों का समय बचेगा। यूपीसीडा ने डीपीआर(डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार करने के लिए 10 दिन पहले 57.90 लाख रुपये दे दिए थे, लेकिन कागजी खामियां होने की वजह से यह रकम गुरुवार को मिल गई है। पुल की डीपीआर अक्टूबर तक तैयार कर शासन भेज दी जाएगी। इसके लिए सोमवार से मिट्टी परीक्षण के लिए सैंपल लिया जाएगा। इसके बाद सैंपल सेतु निगम मुख्यालय भेजकर लैब में जांच कराई जाएगी।
प्रस्तावित पुल पर एक नजर
लंबाई: तीन किमी
चौड़ाई: फोरलेन
लागत: 400 करोड़
-गंगा बैराज से लखनऊ मार्ग को जोडऩे के लिए फोरलेन पुल के लिए डीपीआर अक्टूबर तक तैयार हो जाएगी। इसके लिए मंगलवार को मिट्टी का सैंपल लेकर लैब में टेस्टिंग कराई जाएगी। - कैसर खान, उप परियोजना प्रबंधक , सेतु निर्माण निगम।