स्मार्ट सिटी कानपुर में स्मार्ट छेद, पाश इलाके में खुले नाले और गंदगी से परेशानी

कानपुर को स्मार्ट सिटी में परिवर्तित करने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जा चुके हैं लेकिन अभी तक मूलभूत सुविधाओं का ही टोटा बना हुआ है। साकेत नगर में खुल नाला और फैली गंदगी राहगीरों के लिए मुसीबत बना है तो अतिक्रमण के चलते दिनभर जाम लगता है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Sun, 22 Aug 2021 07:55 AM (IST) Updated:Sun, 22 Aug 2021 07:55 AM (IST)
स्मार्ट सिटी कानपुर में स्मार्ट छेद, पाश इलाके में खुले नाले और गंदगी से परेशानी
कानपुर के पाश इलाके में समस्याओं का अंबार।

कानपुर, जेएनएन। शहर को स्मार्ट बनाने के लिए अरबों रुपये खर्च किए जा रहे है कि लेकिन नागरिक सुविधाओं का निस्तारण नहीं हो रहा है। इसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है। दक्षिण क्षेत्र का पाश इलाका साकेत नगर गंदगी, जलभराव, खुले नाले और अतिक्रमण से अछूता नहीं है। हालत यह है कि वाहन सवारों और राहगीरों का निकलना दूभर हो गया है। क्षेत्र में स्थित स्कूलों के बच्चे गंदगी के बीच निकलने को मजबूर हैं। कई बार नगर निगम के अधिकारियों से शिकायतें करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गयी। केवल खानापूरी के नाम पर सफाई कर दी जाती है और अतिक्रमण हटाने के नाम पर केवल ठेले हटा दिए जाते है। इसके चलते अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद है।

बर्रा पटेल चौक से उस्मानपुर जाने वाले रास्ते के बीच साकेत नगर से बड़ा नाला निकला हुआ है। नाला कई जगह खुला पड़ा है। चौतरफा गंदगी फैली पड़ी है। अतिक्रमण के चलते रास्ता और सकरा हो गया है। इसके चलते स्कूली बच्चों को निकलने के लिए जूझना पड़ता है। नाला खुला होने के कारण बदबू से लोगों का हाल बेहाल है।

साकेत नगर में आधा किलोमीटर तक तक दर्जनों खाद्य सामग्री के ठेले सड़क पर लगे रहते है। इनको फेरी नीति के तहत निराला नगर में बने चबूतरों में शिफ्ट किया गया था लेकिन केवल कागजी कार्रवाई होती रही।

क्षेत्र के अरविंद, पप्पू सिंह, संगीता ने बताया कि अतिक्रमण और गंदगी के कारण जीना दूभर हो गया है। शहर को स्मार्ट बनाने की जगह गंदगी, अतिक्रमण और खुले नालों से निजात दिला दी जाए। शुक्रवार को नगर निगम ने अतिक्रमण हटाया था फिर से लोगों ने कब्जा कर लिया। ऐसा अभियान चलाने से क्या फायदा?

-साकेत नगर में बरसात से पहले सफाई के लिए नाला खुलवाया गया था। नाले को ढक दिया गया है। कुछ हिस्सा बचा हो तो उसे भी तीन दिन में स्लैब रखकर ढक दिया जाएगा। -पुनीत ओझा, अधिशासी अभियंता, नगर निगम, जोन तीन

- नाला टूटा है तो उसको ठीक कराया जाएगा। गंदगी फेंकने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। मौके का मुआयना करूंगी और समस्या का समाधान कराऊंगी। -प्रमिला पांडेय महापौर

chat bot
आपका साथी