स्मार्ट सिटी का दर्जा तो मिला पर अभी भी है शहर को इन सुविधाओं की दरकार

बिना बरसात के गुबा गार्डन बना तालाब चालीस हजार जनता परेशान नाला सफाई का टेंडर होने के बाद भी काम नहीं शुरू हुआस्मार्ट सिटी और मेट्रो सिटी का दर्जा शहर को जरूर मिल गया है लेकिन आज भी जनता मूलभूत सुविधाओं को जूझ रही है।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Wed, 28 Oct 2020 02:57 PM (IST) Updated:Wed, 28 Oct 2020 02:57 PM (IST)
स्मार्ट सिटी का दर्जा तो मिला पर अभी भी है शहर को इन सुविधाओं की दरकार
नाला सफाई को लेकर टेंडर भी हुआ, लेकिन नाला अभी तक नहीं साफ हुआ

कानपुर, जेएनएन। स्मार्ट सिटी और मेट्रो सिटी का दर्जा शहर को जरूर मिल गया है, लेकिन आज भी जनता मूलभूत सुविधाओं को जूझ रही है। कल्याणपुर में स्थित गुबा गार्डन क्षेत्र में बिना बरसात के ही चौबीस घंटे गंदा पानी भरा रहता है। आलिशना मकान बने है, लेकिन सड़कों में भरे पानी के चलते लोगों का जीना दूभर हो गया है। टैक्स भी दे रहे है, लेकिन सुविधाओं के लिए चक्कर लगा रहे है। ड्रेनेज सिस्टम केवल कागज में है। इसके चलते 40 हजार जनता परेशान है। पिछले दिनों नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी ने क्षेत्र का निरीक्षण किया था और समस्या के निस्तारण के अफसरों को आदेश दिए। नाला सफाई को लेकर टेंडर भी हुआ, लेकिन नाला अभी तक नहीं साफ हुआ है। 

कल्याणपुर से आइआइटी सोसाइटी जाने वाली सड़क का हाल बेहाल है। क्षेोत्रीय लोगों ने बताया कि गुबा गार्डन में चार साल  से पानी भरा हु्आ है। पानी सडऩे लगा है महामारी फैलेन का खतरा बढ़ गया है। कई बार पार्षद से शिकायत की लेकिन आज तक समस्या का निस्तारण नहीं हुआ है। पार्षद अंजू मिश्रा ने बताया कि नगर आयुक्त ने पिछले दिनों निरीक्षण के दौरान नाला सफाई के आदेश दिए थे। इसके तहत  गुबा गार्डन से साहब नगर, बगिया क्रासिंग होते हुए विश्वविद्यालय जाने वाले नाले की सफाई का 8,50 लाख रुपये से टेंडर हुआ, लेकिन आज तक ठेकेदार द्वारा अभी तक अनुबंधन नहीं किया गया है।

इनका ये है कहना

नगर आयुक्त ने नाराजगी जताई है और मुख्य अभियंता को आदेश दिए है कि टेंडर निरस्त किया जाए और नए सिरे से टेंडर कराके काम शुरू कराया जाए। पार्षद ने कहा कि समस्या का निस्तारण नहीं हु्आ तो वह जनता के साथ अफसरों को घेरेगी। जनता रोज उनका घेराव कर रही है।

व्यापार पर भी असर पड़ रहा

क्षेत्र में पानी भरा होने के कारण व्यापार पर भी असर पड़ रहा है लोग खरीदारी करने नहीं आते है। साथ ही रास्ता भी खतरनाक है। जरा सी चूक होने पर अक्सर वाहन पलट जाते है। महिलाओं, बुजुर्ग और बच्चों का निकला मुश्किल हो जाता है।

जनता बोली

- मुन्नी देवी ने  बताया कि जलभराव के कारण बच्चों का निकला मुश्किल हो जाता है। रिश्तेदार भी घर आने से कतराते है।

- सुनीता देवी ने बताया कि तीन साल से पानी भरा हुआ है। लोगों को निकलने में समस्या हो रही है।

- महेश कुमार ने बताया कि टैक्स देने के बाद भी समस्याओं से जूझ रहे है। महामारी फैलने का खतरा बढ़ गया है।

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