Anti Sikh Riots Case Kanpur: कोर्ट से मांगी जाएगी बीसवें मुकदमे की विवेचना की अनुमति, एसआइटी कर रही तैयारी
कानपुर में सिख विरोधी दंगे की जांच कर रही एसआइटी अबतक कई साक्ष्य एकत्र कर चुकी है। दंगे में मारे गए लोगों के परिवारों से मिलकर बयान भी दर्ज कर चुकी और रंगनाथ आयोग की रिपोर्ट में शामिल शपथपत्रों की प्रति भी प्राप्त कर चुकी है।
कानपुर, जेएनएन। सिख विरोधी दंगे के दौरान गोविंद नगर थाने में दर्ज एक और मुकदमे की विवेचना शुरू करने की तैयारी है। कोर्ट से इस केस की अनुमति मिलने के बाद विवेचना वाले कुल केसों की संख्या 20 हो जाएगी। एसआइटी अबतक कई पीड़ित परिवारों से बयान लेकर साक्ष्य एकत्र कर चुकी है। इतना ही नहीं दिल्ली जाकर रंगनाथ आयोग की रिपोर्ट में शामिल शपथपत्रों की प्रति भी प्राप्त कर चुकी है।
सिख विरोधी दंगे के दौरान शहर में 127 लोगों की हत्या हुई थी। उस दौरान हत्या व डकैती जैसे गंभीर अपराधों के 40 मुकदमे दर्ज हुए थे, जिसमें से 11 मामलों में आरोपपत्र दाखिल किए गए थे। बाकी 29 में फाइनल रिपोर्ट लगा दी गई थी। शासन की ओर से गठित एसआइटी ने फाइनल रिपोर्ट वाले 29 मामलों में से 19 में सुबूत जुटाकर कोर्ट की अनुमति से अग्रिम विवेचना शुरू की थी।
पिछले दिनों दिल्ली गई एसआइटी को दबौली में सरदार तेज सिंह और उनके बेटे सतपाल ङ्क्षसह की हत्या के मामले में दर्ज मुकदमे से संबंधित गवाह भी मिले थे। यही नहीं, मृतक तेज सिंह के एक अन्य बेटे ने भी एसआइटी को अपना शपथपत्र भेजा है। साथ ही बयान देने के लिए कानपुर आने के लिए भी कहा है। अब एसआइटी इस केस में भी कोर्ट से अग्रिम विवेचना की अनुमति मांगेगी। एसआइटी के एसपी बालेंदु भूषण ने बताया कि एक और मुकदमे की जांच में पर्याप्त सुबूत मिल गए हैं। जल्द उसकी भी विवेचना शुरू की जाएगी।