फर्जी दस्तावेज के आधार पर जमानत लेने के मामले में सामने आए 33 नए केस, एसआइटी का किया गया गठन
पुराने मामलों की विवेचना में ही शामिल होगी जांच। सदस्य एसआइटी करेगी जांच डीसीआरबी को भी लगाया। एसआइटी का नेतृत्व सीओ कोतवाली बृज नारायण सिंह करेंगे। जबकि विवेचना का नेतृत्व थाना कोतवाली के अपराध निरीक्षक अरुण कुमार को दिया गया है।
कानपुर, जेएनएन। फर्जी जमानत दारों को लेकर चल रही जांच में पुलिस को गैंगस्टर कोर्ट में 33 और नए मामले मिले हैं। हालांकि इनके अभी और बढऩे की भी संभावना है। वहीं इस प्रकरण में अभियुक्तों की बढ़ती संख्या को देखते हुए छह सदस्य एसआइटी का गठन कर दिया गया है।
पिछले दिनों दर्ज कराया गया था मुकदमा
जमानत के फर्जी दस्तावेज लगाकर अपराधियों ने जमानत ली है। पिछले दिनों इस तथ्य के सामने आने के बाद गैंगस्टर कोर्ट के लिपिक द्वारा थाना कोतवाली में 73 अभियुक्तों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था. इन नामजद अभियुक्तों में अब तक 13 लोगों को दोबारा गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया जा चुका है।
इनका ये है कहना
गैंगस्टर कोर्ट में फर्जी जमानतदारों को लेकर चल रही जांच में आरोपितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। 33 नए अभियुक्तों के नाम प्रकाश में आए हैं। इन सभी की जांच की जा रही है। उन्होंने संभावना व्यक्त की कि आने वाले दिनों में यह संख्या बढ़कर डेढ़ सौ तक पहुंच सकती है। एसआइटी का नेतृत्व सीओ कोतवाली बृज नारायण सिंह करेंगे। जबकि विवेचना का नेतृत्व थाना कोतवाली के अपराध निरीक्षक अरुण कुमार को दिया गया है। इसके अलावा स्वरूप नगर में तैनात सब इंस्पेक्टर की यशवंत सिंह, महाराजपुर के लक्ष्मी नारायण, नौबस्ता के आशीष कुमार मिश्रा, हरबंस मोहाल के रामशरण सिंह चंदेल और कोतवाली के त्रिवेणी दत्त पांडे एसआइटी के सदस्य होंगे। डिस्ट्रिक्ट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो यानी डीसीआरबी को भी लगाया गया है। - डॉक्टर अनिल कुमार, एसपी पश्चिम