Anti Sikh Riots Case Kanpur: पीडि़तों के बयान लेने पंजाब गई एसआइटी, पांच लोगों की हत्या का मामला

कानपुर में एसआटी सिख विरोधी दंगे के समय मारे गए लोगों के परिवारों से पूछताछ कर रही है। गोविंद नगर के दबौली में तीन परिवारों के पांच सदस्यों की हत्या हुई थी। वहीं दो मामलों में वादी और एक में परिवार के सदस्यों के बयान होने हैं।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Wed, 15 Sep 2021 09:54 AM (IST) Updated:Wed, 15 Sep 2021 09:54 AM (IST)
Anti Sikh Riots Case Kanpur: पीडि़तों के बयान लेने पंजाब गई एसआइटी, पांच लोगों की हत्या का मामला
सिख विरोधी दंगे की जांच एसआइटी कर रही है।

कानपुर, जेएनएन। सिख विरोधी दंगे के दौरान दबौली में तीन परिवारों के पांच लोगों की हत्या के मामले में दिवंगतों के स्वजन के बयान लेने के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) फिर पंजाब गई है। वहां जालंधर, होशियारपुर व बटाला में पीडि़त परिवारों के रहने की जानकारी मिली थी। एक दो दिन में बयान होने के बाद टीम उन्हेंं शहर बुलाएगी।

दंगे के दौरान दबौली के एक परिवार से भगवान सिंह की, दूसरे परिवार में करन सिंह व उनकी पत्नी सतवंत कौर और तीसरे परिवार से तेज सिंह व उनके बेटे सतपाल सिंह की हत्या हुई थी। दंगाइयों ने आगजनी व लूटपाट भी की थी। भगवान सिंह की पत्नी सुरिंदर कौर ने करन सिंह के बड़े बेटे दिलावर सिंह ने और तेज सिंह के बेटे चरनजीत सिंह उर्फ काले ने गोविंद नगर थाने में मुकदमे दर्ज कराए थे। नवंबर व दिसंबर-2020 में एसआइटी ने पंजाब के जालंधर जाकर दिवंगत करन सिंह के बेटे मंजीत का बयान दर्ज किया था, लेकिन वादी दिलावर घर पर नहीं मिले थे।

वहीं, दिवंगत भगवान सिंह की पत्नी सुरिंदर कौर के कहीं दूसरे स्थान पर रहने की जानकारी मिली थी। दिवंगत तेज सिंह के परिवार के भी कुछ सदस्यों के बयान नहीं हो सके थे। पिछले दिनों पंजाब की एक संस्था से वार्ता में एसआइटी को इन लोगों के सही पते मिले। इस पर सोमवार रात एसआइटी के दो दारोगा फिर से पंजाब रवाना हुए।

एसआइटी के एसपी बालेंदु भूषण ने बताया कि तीनों परिवारों के वादी और परिवार के सदस्यों समेत पांच लोगों के बयान होने हैं। इसके लिए एसआइटी को दोबारा पंजाब भेजा गया है। वहां जालंधर, बटाला और होशियारपुर में पीडि़त परिवारों के रहने की जानकारी मिली है। जल्द बयान होंगे। इसके बाद कुछ और दंगाइयों के नाम भी पता लगने की उम्मीद है।

तीन मामलों में एफआर लगाने की तैयारी

सिख विरोधी दंगे के समय कानपुर में हत्या, लूट, डकैती के तीन मामलों में एसआइटी ने फाइनल रिपोर्ट (एफआर) लगाने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके पहले भी जब मुकदमे दर्ज हुए थे तो भी इन मामलों में एफआर लगाकर बंद कर दिया गया था। वहीं एसआइटी द्वारा जारी 20 मामलों की जांच में केवल 12 केस में चार्जशीट लगाने की तैयारी है।

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