Sikh Riots Kanpur: किदवईनगर स्थित घर पर फॉरेंसिंक टीम ने जुटाए साक्ष्य, मिला एक अहम सुबूत
किदवईनगर के.ब्लॉक स्थित घटनास्थल पर दोबारा फॉरेंसिक एक्सपर्टस ने जुटाए सुबूत। एसआइटी के एसपी ने कोर्ट में घटना की पुष्टि कराने के लिए बनाई है पांच सदस्यीय टीम। गोविंदनगर थानाक्षेत्र के दबौली में जगजीत सिंह व उनके बेटे हरचरन समेत चार लोगों की भी निर्मम हत्या हुई थी।
कानपुर, जेएनएन। सिख विरोधी दंगों के दौरान किदवईनगर के. ब्लॉक स्थित जिस भवन में दो सिखों की हत्या हुई थी, गुरुवार को फॉरेंसिक टीम फिर वहां पहुंची। टीम ने वहां फर्श तोड़कर 36 साल पुराने खून के अवयव (कण) जुटाए। पूर्व में रक्त होने की पुष्टि कर चुकी टीम ने अब मानव रक्त ही होने की पुष्टि की है। रिपोर्ट आने के बाद कोर्ट में भी इसे अहम सुबूत के तौर पर रखा जाएगा।
एसआइटी एसपी ने दोबारा साक्ष्य संकलन को टीम का किया गठन
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए वर्ष 1984 में हुए दंगों के दौरान किदवईनगर के. ब्लॉक स्थित मकान में रहने वाले पुरुषोत्तम सिंह के भाई सरदूल व सेवादार गुरदयाल सिंह की हत्या हुई थी। आठ दिन पूर्व विवेचक ने फॉरेंसिक टीम से घटनास्थल की जांच कराई तो कमरे व आंगन की फर्श पर खून के दाग और ऊपर वाले कमरे की दीवार व छत पर कालिख मिली थी, लेकिन टीम ने मानव रक्त होने की पुष्टि नहीं की थी। इसी वजह से एसआइटी के एसपी बालेंदु भूषण ने दोबारा साक्ष्य संकलन और उसकी न्यायालय में उपयोगिता साबित करने के लिए पांच सदस्यीय टीम गठित की। गुरुवार को टीम ने फॉरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल का दोबारा निरीक्षण किया और फर्श के ऊपरी भाग व उसे तोड़कर दरारों से ब्लड पार्टिकल (रक्त के अवयव) एकत्र किए। एसपी ने बताया कि एसआइटी के सदस्य व सेवानिवृत्त अपर निदेशक अभियोजन वाइके श्रीवास्तव, वरिष्ठ अभियोजन अधिकारी संजीव त्रिपाठी, फील्ड यूनिट के वैज्ञानिक अधिकारी प्रवीण कुमार, नौबस्ता इंस्पेक्टर व मुकदमे के विवेचक की पांच सदस्यीय टीम बनाकर दोबारा घटनास्थल की जांच कराई गई है। इस बार टीम ने फर्श पर मानव रक्त के निशान होने की ही पुष्टि की है।
दबौली वाली घटना में बयान लेने दिल्ली गई टीम
एसपी ने बताया कि दंगों के दौरान गोविंदनगर थानाक्षेत्र के दबौली में जगजीत ङ्क्षसह व उनके बेटे हरचरन समेत चार लोगों की भी निर्मम हत्या हुई थी। जगजीत ङ्क्षसह की बेटी परमजीत कौर उस वक्त 17 वर्ष की थीं। इस समय वह दिल्ली में रह रही हैं। एक टीम उनके बयान लेने के लिए दिल्ली भेजी गई है। बयानों के आधार पर सामने आने वाले आरोपितों पर कार्रवाई होगी।