कानपुर: शादी वाले बाबा के खिलाफ पत्नियां हुईं एकजुट, कहा - आरोपित पर धोखाधड़ी की भी हो कार्रवाई
पुलिस के मुताबिक अलग-अलग आइडी से फर्जी बाबा 36 युवतियों और उनके घरवालों से चैटिंग करता था। वहीं छानबीन में सामने आया कि शातिर ने दस अलग-अलग युवतियों को शादी के लिए अपने फोटोग्राफ का भी आदान प्रदान किया था।
कानपुर, जेएनएन। शाहजहांपुर निगोही निवासी फर्जी बाबा के जेल जाने के बाद उसकी करतूतें उजागर करने के लिए सभी पत्नियां एक हो गई हैं और सभी एक दूसरे से संपर्क में भी हैं। श्याम नगर निवासी पांचवी पत्नी ने बताया कि पहली पत्नी से हुई बातचीत के दौरान सामने आया था कि फर्जी बाबा अनुज चेतन का जन्म का वर्ष 1970 का है और वह जाति से कठेरिया है। लोगों को धोखा देने के लिए शातिर ने अपना फर्जी आधार कार्ड बनवाया था। जिसमें उसने खुद को पंडित (भारद्वाज) गोत्र और जन्म का वर्ष 1973 अंकित कराया था। इसी फर्जी आधार कार्ड के जरिए वह अपनी उम्र कम बताकर मैट्रिमोनियल साइट पर युवितयों को फंसाता था। पुलिस की जांच में सामने आया था कि मैट्रिमोनियल साइट पर उसने अलग-अलग नाम से कई आइडी बना रखी थीं। अलग-अलग आइडी से उसने करीब 36 लोगों को उसने अपने जाल में फंसा रखा था। पहली पत्नी के पास आरोपित फर्जी बाबा की जन्मकुंडली है। जिसे वह साक्ष्य के तौर पर पुलिस को देंगी।
अगर न पकड़ा जाता तो दस और शादियां करता बाबा: पुलिस के मुताबिक अलग-अलग आइडी से फर्जी बाबा 36 युवतियों और उनके घरवालों से चैटिंग करता था। वहीं छानबीन में सामने आया कि शातिर ने दस अलग-अलग युवतियों को शादी के लिए अपने फोटोग्राफ का भी आदान प्रदान किया था। पुलिस का मानना था कि अगर बाबा न पकड़ा जाता तो वह दस और युवतियों संग शादी रचाकर उनको शिकार बनाता।