कानपुर में आवेदन को जमा किए सात करोड़, कोरोना संक्रमण ने रोका हज

प्रदेश में जायरीन हज के लिए आवेदन तो कर रहे हैं लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से हज पर नहीं जा पा रहे हैं। वर्ष 2020 में प्रदेश से हज के लिए 1.71 लाख फार्म भरे गए थे। आवेदन के लिए प्रत्येक जायरीन से 300 रुपये लिए गए थे।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 04:50 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 04:50 PM (IST)
कानपुर में आवेदन को जमा किए सात करोड़, कोरोना संक्रमण ने रोका हज
धनराशि को कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए प्रधानमंत्री कोरोना फंड में जमा करे

कानपुर, जेएनएन। हज आवेदन के लिए जमा की गई धनराशि को कोरोना संक्रमितों के इलाज पर खर्च करने की मांग तंजीम खुद्दाम हज कमेटी ने की है। कमेटी ने कहा है कि पिछले दो वर्षो से जायरीन हज के लिए आवेदन कर रहे हैं लेकिन कोरोना की वजह से हज पर जा नहीं पा रहे हैं। आवेदन के लिए प्रत्येक हाजी से 300 रुपये लिए जाते हैं। प्रदेश के हज जायरीन की ओर से पिछले दो वर्षो जमा की गई 6.96 करोड़ रुपये की ये धनराशी हज कमेटी के पास जमा है। जायरीन हज पर नहीं जा सके हैं, इसलिए आवेदन फार्म के लिए ली गई धनराशि को प्रधानमंत्री कोरोना फंड में दिया जाए, ताकि इससे कोरोना संक्रमितों का इलाज किया जा सके।

पिछले दो वर्षो से प्रदेश में जायरीन हज के लिए आवेदन तो कर रहे हैं लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से हज पर नहीं जा पा रहे हैं। वर्ष 2020 में प्रदेश से हज के लिए 1.71 लाख फार्म भरे गए थे। आवेदन के लिए प्रत्येक जायरीन से 300 रुपये लिए गए थे। हज कमेटी ऑफ इंडिया के खाते में 5.13 करोड़ रुपये जमा हुए। वर्ष 2021 में प्रदेश से हज के लिए 61 हजार जायरीनों ने आवेदन किए। हज कमेटी आफ इंडिया के खाते 1.83 करोड़ रुपये जमा किए गए। तंजीम खुद्दाम हज कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हाजी नईमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि दो वर्षो में 6.96 करोड़ रुपये हज कमेटी आफ इंडिया को हज के आवेदन फार्म से मिले हैं। जायरीनो के हज पर न जाने से इस धनराशि का कोई उपयोग भी नहीं हो पाया। हज कमेटी ऑफ इंडिया इस धनराशि को कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए प्रधानमंत्री कोरोना फंड में जमा करे। 

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