कानपुर में एक करोड़ की चोरी करने वाले नौकर का फ्लैट जब्त, दो साल पूर्व हुई थी घटना
रिटायर्ड आइएएस अधिकारी की पत्नी के भाई स्वरूप नगर निवासी सुरेंद्रनाथ तिवारी ने 30 सितंबर 2019 को बजरिया थाने में मुकदमा लिखाया था। तहरीर के मुताबिक जब वह भांजे गौतम त्रिवेदी के साथ उनके पैतृक घर पर पहुंचे।
कानपुर, जेएनएन। बजरिया के पी रोड पर रिटायर्ड आइएएस अधिकारी आरएन त्रिवेदी के घर से करीब एक करोड़ की चोरी करने वाले नौकर किशन कुमार मिश्रा का फ्लैट पुलिस ने रविवार शाम गैंगस्टर एक्ट के तहत जब्त कर लिया। मामले में नौकर के साथ ही चालक और चोरी का माल खरीदने वाले रायबरेली के सरेनी निवासी तीन सर्राफ को भी जेल भेजा था। उनकी भी अवैध रूप से अर्जित संपत्ति जब्त की जाएगी।
रिटायर्ड आइएएस अधिकारी की पत्नी के भाई स्वरूप नगर निवासी सुरेंद्रनाथ तिवारी ने 30 सितंबर 2019 को बजरिया थाने में मुकदमा लिखाया था। तहरीर के मुताबिक जब वह भांजे गौतम त्रिवेदी के साथ उनके पैतृक घर पर पहुंचे तो देखा कि कमरे की अलमारी में रखे लाखों रुपये के जेवर व नकदी गायब थी। पुलिस ने जांच के बाद घर के नौकर किशन मिश्रा को पकड़कर पूछताछ की तो वारदात का राजफाश हुआ। किशन ने बताया कि जेवर उसने चालक विजय ङ्क्षसह की मदद से रायबरेली के सरेनी निवासी सराफा कारोबारियों कृष्ण कुमार सोनी, प्रदीप सोनी व अनूप कुमार सोनी को बेचे थे। तब पुलिस ने विजय व तीनों सर्राफ को गिरफ्तार कर तमाम जेवर और काफी जेवरों को गलाकर बनाई सोने की सिल्लियां बरामद की थीं। इस माल की कीमत करीब एक करोड़ रुपये आंकी गई थी। किशन ने यह भी बताया था कि उसने करीब 16 लाख रुपये से पुराना सीसामऊ में फ्लैट खरीदा था। इसके बाद पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में मुकदमा दर्ज किया था। सीसामऊ पुलिस ने बताया कि उच्चाधिकारियों के निर्देश पर गैंगस्टर एक्ट की धारा 14 (1) के तहत किशन का फ्लैट जब्त किया गया है। उसकी कीमत अब 25 लाख रुपये है। अन्य आरोपितों की भी संपत्ति जब्त कराई जाएगी।