भ्रष्टाचार के आरोप में लिप्त अधीक्षण अभियंता जमानत पर छूटे, विद्युत दक्षिणांचल मुख्यालय में किया गया अटैच

वर्ष 2015 में बिजली के बिलों में संसोधन में हेराफेरी कर 2.47 लाख रुपये के राजस्व की हानि पहुंचाई थी। मामले में गेस्ट हाउस संचालक ने विजिलेंस थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। अभी भी विजिलेंस की टीम जांच कर रही है।

By Rahul MishraEdited By: Publish:Thu, 28 Jan 2021 04:35 PM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 04:35 PM (IST)
भ्रष्टाचार के आरोप में लिप्त अधीक्षण अभियंता जमानत पर छूटे, विद्युत दक्षिणांचल मुख्यालय में किया गया अटैच
भ्रष्टाचार के आरोप में विजिलेंस ने अधीक्षण अभियंता को गिरफ्तार किया था। प्रतीकात्मक चित्र

कानपुर, जेएनएन। योगी सरकार के जीरो टालरेंस नीति को पलीता लगाने वाले अधिकारी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। गोविंदनगर स्थित दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के फर्रुखाबाद में तैनात आरके गुप्ता पर सरकार को राजस्व का चुना लगाया था। इस पर विजिलेंस ने उन्हेंं गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वह जमानत पर बाहर आ गए और उन्हेंं अधीक्षण अभियंता पद पर दक्षिणांचल के मुख्यालय में अटैच कर दिया गया है।

देहली सुजानपुर में अधिशासी अभियंता रहते हुए वर्ष 2015 में बिजली के बिलों में संसोधन में हेराफेरी कर 2.47 लाख रुपये के राजस्व की हानि पहुंचाई थी। मामले में गेस्ट हाउस संचालक ने विजिलेंस थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। विजिलेंस की टीम ने अधीक्षण अभियंता व लिपिक सफातउल्ला को इटावा से गिरफ्तार कर चकेरी पुलिस को सौंप दिया था। इसके बाद वहां से लखनऊ के स्पेशल कोर्ट में पेश किया था। वहां से उसे जेल हो गई थी। विजिलेंस अधिकारियों के मुताबिक एक माह पहले राकेश गुप्ता की जमानत हो गई है। उनको दक्षिणांचल विद्युत के मुख्यालय में अटैच किया गया है। अधिकारियों का कहना है कि अधीक्षण अभियंता के खिलाफ अभी भी जांच चल रही है।

विजिलेंस इंस्पेक्टर ने मारा था छापा

गोपाल नगर के कौशल्या गेस्ट हाउस में शादी समारोह के दौरान बिजली चोरी का मामला पकड़ा गया था। इस दौरान देहली सुजानपुर में रहे तत्कालीन अधिशासी अभियंता अनिल कुमार श्रीवास्तव ने 80 हजार का शमन शुक्ला और दो लाख का एसेसमेंट लगाया था। संचालक विजिलेंस इंस्पेक्टर बलवीर सिंह ने शमन शुल्क जमा करके एसेसमेंट को कम करने की मांग की थी। इस दौरान अनिल का तबादला हो गया और आरके गुप्ता को तैनात कर दिया गया था। इसके बाद आरके गुप्ता पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा था।  

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