विसर्जन के लिए बनाए गए कृत्रिम तालाबों में पड़ी मूर्तियां दबाई तक नहीं गईं

फूल-माला पानी में ही सड़ने की वजह से उठती बदबू किए सांस लेना दूभर

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Oct 2018 12:41 AM (IST) Updated:Fri, 26 Oct 2018 10:32 AM (IST)
विसर्जन के लिए बनाए गए कृत्रिम तालाबों में पड़ी मूर्तियां दबाई तक नहीं गईं
विसर्जन के लिए बनाए गए कृत्रिम तालाबों में पड़ी मूर्तियां दबाई तक नहीं गईं

जागरण संवाददाता, कानपुर : अविरल-निर्मल गंगा के नाम पर महज दिखावा हो रहा है। गंगाजल को मूर्तियों के केमिकल और फूल-मालाओं से बचाने के लिए घाटों पर कृत्रिम तालाब बनाए गए लेकिन गणेश व मां दुर्गा की मूर्तियों के विसर्जन के बाद उन्हें बालू से बंद तक नहीं किया गया। अब ये तालाब आफत बन गए हैं। मूर्तियां जस की तस पानी में पड़ी हैं और फूल-माला आदि से उठती सड़ांध से सांस लेना दूभर है, वहीं लोगों की आस्था और भावनाएं भी आहत हो रही हैं।

गंगा सफाई को लेकर प्रदेश से केंद्र सरकार तक एड़ी-चोटी का जोर लगाए हैं। नमामि गंगे और अन्य परियोजनाओं के तहत गंगा में गिर रहे नालों को बंद करने की कवायद जारी है। कुंभ मेले से पहले टेनरियों व उद्योग को बंद करने की तैयारी चल रही है, लेकिन घाट पर बनाए गए तालाब को बंद करने की फुर्सत अफसरों के पास नहीं है।

बाबा घाट पर म्योर मिल नाले का पानी गंगा में गिरने से रोकने के लिए काम चल रहा है वहीं बगल में स्थित कालीघाट की दुर्दशा खुद नगर निगम ने कर रखी है। मूर्तिविसर्जन के लिए वहां 16 अक्टूबर को कृत्रिम तालाब बनाया गया था। इसमें दुर्गा मां की मूर्तियों को विसर्जित किया गया। 19 अक्टूबर तक तालाब में कम से कम डेढ़ दर्जन से ज्यादा मूर्तियां भू विसर्जित की गई थी। नियमत: मूर्ति विसर्जन के बाद इन गढ्डों को बंद किया जाना चाहिए था लेकिन बंद नहीं किए गए।

अब हालत यह है कि गंगा के बगल में स्थित कृत्रिम तालाब में मूर्तियों के ढांचे के ढेर लगे हैं। साथ ही फूल-माला, कपड़े, माला व अन्य पूजा सामग्री भी पानी में एक सप्ताह से पड़ी होने के कारण सड़ गई है। बदबू के कारण आसपास रहने वालों का सांस लेना दूभर है। क्षेत्रीय जनता ने बताया कि पानी सड़ रहा है। मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। गंगा का जलस्तर बढ़ने पर यह प्रदूषित पानी उसी में मिल जाएगा।

नाला बंद हो जाएगे, चोर नाले कौन करेगा बंद

एनजीटी के आदेश पर गंगा में गिर रहे नालों को बंद करने की तैयारी चल रही है लेकिन गंगा में गिर रहे चोर नालों को बंद करने के लिए कोई खाका तैयार नहीं हुआ है। घरों की सीवर लाइन सीधे गंगा में डाली जा रही हैं। इनको रोके बिना गंगा सफाई अधूरी ही रहेगी।

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'' टीम भेजकर पानी निकलवाया जाएगा, इसके साथ ही तालाबों को बंद कराया जाएगा।- मनीष सिंह, मुख्य अभियंता नगर निगम

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