कानपुर में GT Road Elevated Flyover के लिए एक बार फिर फंसा पेंच, अब 21 जून को खुलेंगे टेंडर
डीपीआर बनने के लिए देश में कुछ ही कंपनियां हैं। यह कंपनियां दिल्ली और मुंबई की हैं। दोनों ही जगहों में लॉकडाउन होने की वजह से कागजी कार्रवाई नहीं पूरी हो पाई है। उन्होंने बताया कि पीडब्ल्यूडी के कई प्रोजेक्ट और एनएचएआइ फ्लाईओवर की डिजाइन तैयार की है।
कानपुर, जेएनएन। जीटी रोड में एलिवेटेड फ्लाईओवर के लिए एक बार फिर टेंडर खुलने की तारीख बढ़ा दी गई है। अब कंसल्टेंट के लिए 21 जून को टेंडर खुलेंगे। इसके बाद आगे की प्रक्रिया होगी। गोल चौराहा से रामादेवी तक जीटी रोड में एलिवेटेड फ्लाईओवर बनाया जाना है। इसके लिए कंसल्टेंट के लिए मंगलवार को टेंडर होना था, लेकिन कोविड की वजह से कंपनियां टेंडर नहीं डाल पाई हैं। इस वजह से पर्याप्त टेंडर नहीं मिले और टेंडर की समय सीमा बढ़ाकर 21 जून कर दी गई है, जबकि यह टेंडर 15 जून को खोले जाने थे। इससे पहले 10 जून तक टेंडर होना था।
अभियंता के अनुसार फ्लाईओवर की डिजाइन और डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) बनने के लिए देश में कुछ ही कंपनियां हैं। यह कंपनियां दिल्ली और मुंबई की हैं। दोनों ही जगहों में लॉकडाउन होने की वजह से कागजी कार्रवाई नहीं पूरी हो पाई है। उन्होंने बताया कि पीडब्ल्यूडी के कई प्रोजेक्ट और एनएचएआइ फ्लाईओवर की डिजाइन तैयार की है। इस वजह से उम्मीद जताई जा रही है कि इन्हीं राज्यों की कंपनियों को टेंडर मिलने की उम्मीद है। वहीं, टेंडर समय पर न होने से काम में देरी होगी।
इसलिए बनाया जाता है फ्लाईओवर : सड़क के चौड़ीकरण में भूमि अधिग्रहण करना पड़ता है। इसमें विभाग को ज्यादा खर्च की जरूरत पड़ती है। इस वजह से विभाग पिलर पर फ्लाईओवर बना देता है। इसमें विभाग का खर्च भी कम हो जाता है।
इन जगहों पर जाम से मिलेगी निजात : कन्नौज,फर्रुखाबाद, इटावा,अलीगढ़, फिरोजाबाद की तरफ से आने वाले वाहन जीटी रोड पर बनने वाले फ्लाईओवर से होकर कानपुर-इटावा हाईवे पर पहुंच सकेंगे। इससे अफीम कोठी, टाटमिल, झकरकटी, कोकाकोला चौराहा में जाम की समस्या से निजात मिलेगी।
इनका ये है कहना दिल्ली और मुंबई में फ्लाईओवर की डिजाइन बनाने वाली अच्छी कंपनियां हैं। कोविड की वजह से हुए लॉकडाउन से कागजी कार्रवाई पूरी नहीं होने से टेंडर नहीं हो पाया। अब इसे 21 जून तक खोला जाएगा।
- एसपी ओझा, अधिशाषी अभियंता, पीडब्ल्यूडी एनएच