फर्रुखाबाद: पुलिस ने रात में कराई धार्मिक स्थल के क्षतिग्रस्त भाग की मरम्मत, आरोपितों की हुई पहचान

20 अक्टूबर को बौद्ध अनुयायियों की धम्म यात्रा के दौरान धार्मिक स्थल पर तोड़फोड़ की गई थी। पुलिस इसके बाद से धार्मिक स्थल को अपने कब्जे में ले रखे थी। पुलिस ने मां बिसारी देवी मंदिर के क्षतिग्रस्त गुंबद और हनुमान मंदिर की क्षतिग्रस्त दीवार को सही करा दिया है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 10:42 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 10:42 PM (IST)
फर्रुखाबाद: पुलिस ने रात में कराई धार्मिक स्थल के क्षतिग्रस्त भाग की मरम्मत, आरोपितों की हुई पहचान
पुलिस ने रात में कराई धार्मिक स्थल के क्षतिग्रस्त भाग की मरम्मत।

फर्रुखाबाद, जगारण संवाददाता। धार्मिक स्थल पर स्थित मां बिसारी देवी मंदिर की मरम्मत पुलिस प्रशासन ने रातों रात करा दी। हालांकि पांचवें दिन भी मंदिर श्रद्धालुओं के लिए नहीं खोला गया। वहीं मां बिसारी देवी सेवा समिति के अध्यक्ष अतुल दीक्षित ने कहा कि मरम्मत के नाम पर खानापूर्ती हुई है, वह इससे संतुष्ट नहीं हैं।

20 अक्टूबर को बौद्ध अनुयायियों की धम्म यात्रा के दौरान धार्मिक स्थल पर तोड़फोड़ की गई थी। इसको लेकर मेरापुर थाने में दोनों पक्षों से चार मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने 21 अक्टूबर से धार्मिक स्थल अपने कब्जे में ले रखा है। किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। पुजारी को ही पूजा करने के लिए जाने दिया जा रहा है। अतुल दीक्षित ने बताया कि मां बिसारी देवी मंदिर के क्षतिग्रस्त गुंबद की मरम्मत हुई है। हनुमान मंदिर की मात्र दो फीट दीवार खड़ी की गई है। जबकि मंदिर पूरा बनाया जाना चाहिए था, वह इससे संतुष्ट नहीं हैं। अधिकारियों से मिलकर अपना पक्ष रखेंगे। बुद्ध महोत्सव के संयोजक कर्मवीर शाक्य ने कहा कि पुलिस मुकदमों की विवेचना कर रही है। पुलिस को मेरे व अतुल दीक्षित के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। अन्य लोगों को परेशान न किया जाए। वह दोनों लोग मुकदमों के वादी हैं। सीओ कायमगंज सोहराब आलम ने बताया कि घटना में शामिल आरोपितों की पहचान कर ली गई है। शीघ्र गिरफ्तारी की जाएगी।

बुद्ध अस्थि कलश यात्रा पर रहा सख्त पहरा: श्रीलंका से भगवान बुद्ध के पवित्र अस्थि कलश को लेकर 21 सदस्यीय दल बीते शुक्रवार को संकिसा पहुंचा था। इसदौरान भी पुलिस ने सख्त पहरा लगाया हुअा था। अस्थि कलश यात्रा के दर्शन और स्वागत के लिए यहां तीन दिन लोगों की भीड़ एकत्र रही। इस दौरान भिक्षुगणों की सुरक्षा में पुलिस फोर्स तैनात रही। अब अस्थि कलश यात्रा के वापस जाने के बाद पुलिस प्रशासन माहौल को सही करने में जुट गया है। इसीक्रम में पुलिस ने धार्मिक स्थल में हुई तोड़-फोड़ को सही कराया है। हालांकि, अभी भी धार्मिक स्थल पर लोगों को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। 

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