Sanjit Murder Case: कानपुर में कमिश्नरी लागू होने के बाद अधर में लटकी आरोपितों की संपत्ति जब्तीकरण की कार्रवाई, नए सिरे से होगी प्रक्रिया
बर्रा पांच में लैब टेक्नीशियन संजीत अपहरण और हत्याकांड में पुलिस ने आठ आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। मामले में एक आरोपित का नौबस्ता निवासी रामाशीष का नाम सामने आया था लेकिन उसे पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
कानपुर, जेएनएन। संजीत अपहरण और हत्याकांड में पुलिस हत्यारोपितों के खिलाफ संपत्ति जब्तीकरण की कार्रवाई शुरू की थी। पुलिस ने आरोपितों की अचल संपत्ति न होने पर पुलिस ने चल संपत्तियों का ब्योरा जुटाना शुरू किया था। प्रक्रिया शुरू करने के लिए पुलिस ने जिलाधिकारी और डीआइजी को रिपोर्ट भेज कर अनुमोदन मांगा था। कमिश्नरी लागू होने के बाद मामला अधर में लटक गया है। पुलिस को संपत्ति जब्तीकरण के लिए अब नए सिरे से कार्रवाई करनी पड़ेगी।
ये है पूरा मामला: बर्रा पांच में लैब टेक्नीशियन संजीत अपहरण और हत्याकांड में पुलिस ने आठ आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। मामले में एक आरोपित का नौबस्ता निवासी रामाशीष का नाम सामने आया था, लेकिन उसे पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है। पुलिस ने अब लिखा पढ़ी में उसकी तलाश भी बंद कर दी है। पुलिस ने सात आरोपितों नगर-निगम सोसाइटी अंबेडकर नगर बर्रा निवासी गैंगलीडर रामजी शुक्ल, दबौली वेस्ट निवासी ईशू उर्फ ज्ञानेंद्र, सरायमीता कच्ची बस्ती पनकी निवासी कुलदीप गोस्वामी, कौशलपुरी गुमटी निवासी प्रीति शर्मा, गज्जूपुरवा निवासी नीलू सिंह, सिम्मी सिंह उर्फ जयकरन फत्तेपुर रोशनाई अकबरपुर कानपुर देहात निवासी चीता उर्फ टाइगर उर्फ राजेश पर गैंगस्टर की कार्रवाई की थी। जिसकी जांच नौबस्ता थाना प्रभारी सतीश सिंह कर रहे थे। गैंगस्टर की कार्रवाई के बाद पुलिस ने आरोपितों की संपत्ति जब्तीकरण की कार्रवाई शुरू करने के लिए रिपोर्ट तैयार करके अनुमोदन के लिए जिलाधिकारी और डीआइजी प्रीतिंदर सिंह को भेजी थी। रिपोर्ट भेजने के साथ ही पुलिस ने अचल और चल संपत्तियों का ब्योरा जुटाना शुरू किया था। जब तक कार्रवाई हो पाती और अनुमोदन मिलता उससे पहले ही शहर में पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली लागू हो गई। जिससे मामला अधर में लटक गया।
इनका ये है कहना: थाना प्रभारी बर्रा हरमीत सिंह ने बताया कि संपत्ति जब्तीकरण के लिए नये सिरे से रिपोर्ट पुलिस कमिश्नर असीम अरूण को भेजी जाएगी। जिसके बाद कार्रवाई आगे बढ़ेगी।