अनाथ बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी उठाएगा संघ

बच्चों की कक्षा एक से इंटर मीडिएट तक की पढ़ाई का लिया जिम्मा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 01:32 AM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 01:32 AM (IST)
अनाथ बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी उठाएगा संघ
अनाथ बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी उठाएगा संघ

जागरण संवाददाता, कानपुर : कोरोना महामारी के दौरान अनाथ हुए बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ उठाएगा। इन बच्चें की इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई का खर्च संगठन ही वहन करेगा। यह जानकारी शनिवार को प्रेस वार्ता के दौरान राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ कानपुर पूर्व जिला के कार्यवाह वीरेंद्र मिश्रा ने दी।

उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान कई परिवारों ने अपनों को खो दिया है। बच्चों के सिर से माता-पिता या घर चलाने वाले अभिभावक का साया उठ गया है। आर्थिक संकट की वजह से कई बच्चे पढ़ाई छोड़ने को मजबूत हैं। इसे देखते हुए आरएसएस के कानपुर पूर्व जिला ने बच्चों कक्षा एक से इंटर तक की पढ़ाई का खर्च उठाने का निर्णय लिया है। आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों तथा अन्य तरह से अनाथ हुए बच्चों को भी संघ परिवार पढ़ाएगा। जिला संघचालक मोहन तिवारी ने बताया कि ऐसे बच्चों की स्कूल फीस के अलावा, यूनिफार्म, कापी-किताबें व अन्य जरूरतों को भी पूरा किया जाएगा। इसके लिए चकेरी क्षेत्र के चार स्कूलों को चुना गया है। इनमें सुभाष रोड स्थित विद्या निकेतन ग‌र्ल्स एजूकेशन सेंटर, छतमरा स्थित विद्या निकेतन एजूकेशन सेंटर, चकेरी स्थित डीडी विद्या निकेतन एजूकेशन सेंटर, हरजेंद्र नगर स्थित विद्या निकेतन स्कूल शामिल हैं। अन्य स्कूलों के संचालकों से भी संपर्क किया जा रहा है। इस मौके पर कानपुर पूर्व जिला के प्रचार प्रमुख मनीष शुक्ला, विद्या निकेतन ग‌र्ल्स एजूकेशन सेंटर की प्रधानाचार्या सरिता गुप्ता थीं।

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स्वयंसेवक लगाएंगे ऐसे बच्चों का पता

कानपुर पूर्व जिला संघचालक मोहन तिवारी ने बताया कि स्वयंसेवक अपने-अपने इलाके के लोगों से संपर्क कर ऐसे बच्चों का पता लगाएंगे। उसके बाद उन बच्चों के घर जाकर परिवार के वरिष्ठ लोगों से बातचीत कर उन बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी लेंगे।

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एडमिशन के लिए करें संपर्क

ऐसे बच्चों की पढ़ाई के लिए मोबाइल नंबर 9115480132, 9559786003 पर संपर्क कर सकते हैं। साथ ही सुभाष रोड स्थित विद्या निकेतन ग‌र्ल्स एजूकेशन सेंटर में भी संपर्क कर सकते हैं। यह अभियान शहर समेत दस अन्य जिलों में चलाया जाएगा।

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