समोसा-पूड़ी बेचने वालों को मिलेगा आम के आम गुठलियों के दाम वाला फायदा, प्रयोग खाद्य तेल खरीदेंगी कंपनियां

नियमानुसार बार-बार तेल गर्म करके खाद्य पदार्थ बनाना गलत है लेकिन अब दुकानदारों को खाद्य तेल का दोबारा इस्तेमाल करने की छूट अब दुकानदारों नहीं होगी और उनके विरुद्ध अभियान चलाकर नमूने भरे जाएंगे। अभियान चलाकर नमूने भरे जाएंगे।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Fri, 01 Oct 2021 12:59 PM (IST) Updated:Fri, 01 Oct 2021 12:59 PM (IST)
समोसा-पूड़ी बेचने वालों को मिलेगा आम के आम गुठलियों के दाम वाला फायदा, प्रयोग खाद्य तेल खरीदेंगी कंपनियां
कंपनियां दुकानों से खरीदेंगे प्रयोग हुआ खाद्य तेल।

कानपुर, जेएनएन। पकौड़ी, समोसा, पूड़ी, कुल्चा आदि बेचने वाले दुकानदारों के लिए खुशखबरी है, अब वो आम के आम गुठलियों के दाम भी हासिल कर सकेंगे। खाद्य पदार्थ बनाने के बाद निकला तेल की खरीद कंपनियां करेंगे और दुकानदारों को दोहरा फायदा होगा। अभी खाद्य तेल को बार- बार गर्म करके खाद्य पदार्थ बनाते हैं, जो कि नियम विरुद्ध है। लेकिन, खाद्य तेल बार बार प्रयोग करने की कतई छूट अब दुकानदारों को नहीं मिलेगी और उनके विरुद्ध अभियान चलाकर नमूने भरे जाएंगे।

अब दुकानदारों को डिब्बे दिए जाएंगे ताकि वो उसमें प्रयोग हुआ खाद्य तेल रखें। यह तेल बायो डीजल बनाने वाली कुछ कंपनियां खरीदेंगी। कंपनियों और दुकानारों के बीच खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग अनुबंध कराएगा। जल्द ही ऐसी दुकानों का सर्वे होगा और फिर दुकानदारों को प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्हें तीन बार से अधिक बार तेल को गर्म करने से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव के बारे में भी बताया जाएगा और ऐसा तेल पकड़े जाने के बाद क्या कार्रवाई होगी इसकी भी जानकारी दी जाएगी।

बार- बार तेल को गर्म करने से वह जहरीला हो जाता है। इसका असर स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। इससे शरीर में कोलेस्ट्राल की मात्रा भी बढ़ जाती है। साथ ही यह खाद्य तेल कई तरह की बीमारियों को उत्पन्न करता है। इस समस्या को देखते हुए ही बार- बार गर्म कर तेल में किसी भी तरह का खाद्य पदार्थ बनाने पर रोक लगाई गई है। इसके लिए दुकानदारों को जागरूक करने के लिए कार्यशालाओं का आयोजन भी किया जाना है। उन्हें बताया जाना है कि यही खाद्य पदार्थ किस तरह उनके अपनों के स्वास्थ्य को भी नुकसान पहुंचाएगा। वे इस तेल से आमदनी कैसे कर सकते हैं यह भी बताया जाएगा।

तेल से बायोडीजल बनाने वाली कई कंपनियां हैं, जो इन दुकानों से तेल खरीद सकती है। ऐसे में इन कारोबारियों की सूची बनाई जाएगी और उनके यहां प्रतिदिन कितना तेल निकलता है उसका ब्योरा भी जुटाया जाएगा। इसके बाद कारोबारियों और कंपनियों के बीच अनुबंध कराया जाएगा और फिर वहां डिब्बे रखे जाएंगे ताकि कारोबारी अपना तेल उसी डिब्बे में रखें और कंपनी के प्रतिनिधि वजन कर तेल वहां से ले जाएं और पेमेंट कर सकें। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के अभिहित अधिकारी विजय प्रताप सिंह ने बताया कि यह अभियान जल्द ही शुरू किया जाएगा।

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