Auraiya Double Murder Case: सपा एमएलसी समेत 11 आरोपितों की अदालत में पेशी, अलर्ट मोड में रही पुलिस
औरैया सदर कोतवाली क्षेत्र में 15 मार्च 2020 को पंचमुखी हनुमान मंदिर परिसर में अधिवक्ता और उसकी बहन की गोली लगने से मौत हो गई थी। पुलिस ने मामले में सपा एमएलसी समेत 11 लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजा था।
औरैया, जेएनएन। दोहरे हत्याकांड में आरोपित सपा एमएलसी कमलेश पाठक समेत 11 आरोपितों को मंगलवार की दोपहर कोर्ट में पेशी के लिए जेल से लाया गया, इस दौरान पुलिस अलर्ट मोड में रही। समर्थकों की भीड़ के मद्देनजर अदालत परिसर में भारी फोर्स तैनात किया गया। सदर कोतवाली क्षेत्र के नारायनपुर मोहल्ला में पंचमुखी मंदिर परिसर में दोहरे हत्याकांड में करीब डेढ़ वर्ष से सपा एमएलसी, उनके दो भाइयों व सरकारी गनर सहित 11 आरोपितों को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया था। इससे पहले 28 अगस्त को पेशी हुई थी और विशेष न्यायाधीश की अदालत में हत्या का आरोप तय किया गया था। मुकदमे के शीघ्र निस्तारण के लिए न्यायालय ने वादी को गवाही के लिए तलब किया था।
जानिए क्या है पूरा मामला
15 मार्च 2020 को पंचमुखी हनुमान मंदिर परिसर में हुई गोलीबारी में अधिवक्ता मंजुल चौबे व उनकी चचेरी बहन सुधा की मौत हो गई थी। पुलिस मौजूदगी में दोहरा हत्याकांड हुआ था। पुलिस ने एमएलसी कमलेश पाठक व उनके छोटे भाई पूर्व ब्लाक प्रमुख संतोष पाठक, रामू पाठक, सरकारी गनर अवनीश प्रताप सिंह, कार चालक, सगे संबंधी 11 लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। अपर जिला जज द्वितीय एवं विशेष न्यायाधीश एमपी-एमएलए कोर्ट रजत सिन्हा के समक्ष सभी 13 आरोपितों को पेश किया गया था। कोर्ट ने हत्यारोपितों कमलेश पाठक, संतोष पाठक, रामू पाठक, कुलदीप अवस्थी, विकल्प अवस्थी, राजेश शुक्ल, शिवम अवस्थी, आशीष दुबे, कांस्टेबल अवनीश प्रताप सिंह, लवकुश सविता आदि 11 लोगों पर आरोप तय किया। सभी 13 आरोपितों पर प्राणघातक हमले का भी चार्ज लगाया। आरोप तय होने के बाद आरोपितों को जेल भेज दिया गया था।
कोर्ट में पेश हुए आरोपित
दोहरे हत्याकांड में डेढ़ साल से जेल में निरुद्ध सपा एमएलसी व उनके दो सगे भाइयों सहित 11 आरोपितों पर विशेष न्यायाधीश एमपी एमएलए कोर्ट में 23 सितंबर को सुनवाई शुरू हुई थी। मुकदमे के वादी को गवाही के लिए बुलाया गया था और कोर्ट ने सुनवाई की तिथि 28 सितंबर तय की गई थी। इसके तहत आरोपितों की पेशी पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच मंगलवार की दोपहर करीब डेढ़ बजे हुई। अदालत परिसर में पुलिस का सख्त पहरा रहा। अलग-अलग जेल से आरोपित कोर्ट में लाए गए। बचाव पक्ष ने वादी से जिरह की।