संतों ने कोरोना से मुक्ति के लिए हवन में डालीं आहूतियां, संकट मोचक से मांगा कष्टों का निदान
कानपुर के श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर में हवन में आहूतियां डालकर कोरोना संक्रमण से मुक्ति के लिए प्रार्थना की। महामंडलेश्वर जितेंद्र दास महाराज ने बताया कि इस तरह के हवन पूजन से सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव होता है और संक्रमण में लोगों में उत्पन्न हो रही नकारात्मकता का अंत होगा।
कानपुर, जेएनएन। वैश्विक महामारी कोविड से मुक्ति के लिए संतों द्वारा पूजन और हवन करने का सिलिसला जारी है। बुधवार को पनकी के श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर में महामंडलेश्वर श्री कृष्ण दास और जितेंद्र दास महाराज की अगुवाई में हवन का आयोजन किया गया। पनकी धाम व्यापार मंडल द्वारा मंदिर परिसर में कराए गए हवन में सेवक पुजारियों और पदाधिकारियों ने विश्व शांति और कोविड संक्रमण से मुक्ति के लिए औषधियुक्त आहुतियां हवन में अर्पित की। साथ हनुमान जी से प्रार्थना की।
महामंडलेश्वर श्री कृष्ण दास महाराज ने बताया कि पुराणों में भी लिखा है कि हवन पूजन करने से वातावरण शुद्ध होता है और आपदा से समाज को मुक्ति मिलती है। वर्तमान में देश संक्रमण से जूझ रहा है। हवन पूजन के माध्यम से लोगों को मानसिक रूप से मजबूत करने और वातावरण को शुद्ध करने के लिए संकट मोचन भगवान हनुमान जी से प्रार्थना की जा रही है कि देश जल्द ही इस महामारी से मुक्त हो जाए।
पनकी व्यापार मंडल के अध्यक्ष पंडित रमाकांत मिश्रा और उनके कुछ सीमित पदाधिकारियों द्वारा प्रातः हवन पूजन किया गया। उन्होंने बताया कि इसमें भक्तों ने शारीरिक दूरी का ध्यान रखते हुए आहुतियां डाली और वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच प्रभु से सुख समृद्धि की कामना की। श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर द्वारा भक्तों को घरों में सुरक्षित रहने और प्रभु का स्मरण करने के लिए भी कहा गया ताकि आपदा के समय प्रभु लोगों को स्वस्थ रखें और महामारी से छुटकारा दिलाएं। महामंडलेश्वर जितेंद्र दास महाराज ने बताया कि इस तरह के हवन पूजन से सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव होता है और संक्रमण में लोगों के मन में उत्पन्न नकारात्मकता का अंत होगा। व्यापार मंडल के अध्यक्ष पंडित रमाकांत मिश्रा ने बताया कि विश्व कल्याण और महामारी से मुक्ति के लिए सभी को अपने अपने घरों में सप्ताह में एक बार हवन जरूर करना चाहिए।