महोबा में मुफलिसी में बीत रहा था किसान का जीवन, फसल खराब होने पर गोली मारकर की आत्महत्या
जितेंद्र ने करीब एक लाख रुपये बैंक और एक लाख रुपये गांव में कर्ज लेकर गेहूं मटर चना की फसल बोई थी। इसमें आधी से ज्यादा फसल खराब हो गई थी। उसे कर्ज अदायगी की ङ्क्षचता सता रही थी।
महोबा, जेएनएन। फसल खराब होने से दुखी किसान तमंचे से गोली मारकर खुदकुशी कर ली। घटना कोतवाली क्षेत्र के ग्राम छिकहरा में हुई।
ग्राम निवासी पुष्पेंद्र नगायच ने बताया कि परिवार में 18 बीघा जमीन का बंटवारा नहीं हुआ है और परिवार का भरण-पोषण उसी जमीन से होता है। 30 वर्षीय भाई जितेंद्र ने करीब एक लाख रुपये बैंक और एक लाख रुपये गांव में कर्ज लेकर गेहूं, मटर, चना की फसल बोई थी। इसमें आधी से ज्यादा फसल खराब हो गई थी। उसे कर्ज अदायगी की ङ्क्षचता सता रही थी। बुधवार दोपहर उसने पशुबाड़े में तमंचे से खुद को गोली मार ली, जिससे उसकी मौत हो गई। कोतवाली प्रभारी अनूप दुबे ने बताया कि युवक ने तनाव में 12 बोर के तमंचे से खुद को गोली मारकर आत्महत्या की है। मौके से एक खोखा व एक कारतूस मिला है।