कानपुर में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के कार्यक्रम में संघ के वरिष्ठ प्रचारक ने कही ये बड़ी बात
कोयला नगर में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के कार्यक्रम को संबोधित करने आए थे। मदरसों में दो भाषाओं को अनिवार्य रूप से पढ़ाया जाए और बच्चों को कोई काम भी सिखाया जाए। मदरसों की शिक्षा को भी रोजगार से जोडऩे की बात भी कही।
कानपुर, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि मुस्लिमों के एक हाथ में कुरान हो और दूसरे में लैपटॉप। यह बात सोमवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार ने कही। वह कोयला नगर में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की कानपुर इकाई की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
समानता के भाव से पीएम ने किए काम
उन्होंने कहा कि मदरसों में बच्चों को दो भाषाएं अनिवार्य रूप से पढ़ाई जानी चाहिए। साथ ही उन्हें रोजगार प्रशिक्षण भी दिया जाए। मदरसों की शिक्षा को भी रोजगार से जोड़ा जाए। उन्हें कंप्यूटर की शिक्षा भी दी जाए क्योंकि आने वाला समय उसी का है। बोले, प्रधानमंत्री ने मुस्लिम समाज के लिए काफी कुछ किया। आवास हो या ऊर्जा या अन्य योजनाएं, प्रधानमंत्री ने जो भी कार्य किए सभी के लिए समान भाव से किए। अब तक मुस्लिम समाज में से मात्र 12 फीसद लोगों ने ही प्रधानमंत्री को इसके लिए धन्यवाद दिया है। सभी को आगे आकर उन्हें इसके लिए आभार जताना चाहिए। उन्होंने पर्यावरण सुधार पर जोर देकर कहा कि ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाए जाएं ताकि बिगड़ते पर्यावरण संतुलन को ठीक किया जा सके। उन्होंने कहा कि सीएए और एनआरसी का एक वर्ष हो चुका है। क्या अब तक किसी मुस्लिम को देश से बाहर किया गया। उन्होंने कहा कि आज मुसलमान भाजपा से जुड़ रहे हैं। मंच के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को मुस्लिम बस्तियों में जाकर केंद्र सरकार के कार्यों को बताना चाहिए। बैठक में सलीम अहमद, नोबल कुमार, नाजिया सिद्दीकी, एहसान खां, अजय पैटरसन आदि रहे।