कानपुर में संघ के राष्ट्रीय संयोजक श्यामा प्रसाद बोले- राजनीति के कारण समाज में बढ़ा जातिवाद

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सामाजिक समरसता प्रकल्प के राष्ट्रीय संयोजक ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव में कार्यकर्ता की सेवा देखी जानी चाहिए उसकी जाति के आधार पर उसे टिकट नहीं देना चाहिए। इसलिए समाज के विभिन्न वर्गों के बीच समरसता पैदा करनी है।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 11:42 AM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 11:42 AM (IST)
कानपुर में संघ के राष्ट्रीय संयोजक श्यामा प्रसाद बोले- राजनीति के कारण समाज में बढ़ा जातिवाद
बीएनएसडी शिक्षा निकेतन में पत्रकारों से की बातचीत।

कानपुर, जागरण संवाददाता। देश में पिछले 30 वर्ष में राजनीति के कारण जातिवाद बढ़ गया है। यह बात शुक्रवार को राट्रीय स्वयंसेवक संघ के सामाजिक समरसता प्रकल्प के राष्ट्रीय संयोजक श्यामा प्रसाद ने कही। बीएनएसडी शिक्षा निकेतन में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि हर स्थान पर कौन किस जाति से है, यह सोचा जा रहा है। विधानसभा चुनाव के टिकट देने से पहले भी यही विचार किया जा रहा है जबकि कार्यकर्ता की सेवा देखनी चाहिए, इसलिए समाज के विभिन्न वर्गों के बीच समरसता पैदा करनी है। 

उनके अनुसार जबसे क्षेत्रीय दल आए हैं तो उन्होंने आगे आने के लिए जातीय राजनीति खूब की। हालांकि इस समस्या का कारण सिर्फ राजनीति नहीं है। उन्होंने कहा कि हिंदू समाज में अब भी जाति के आधार पर ऊंच-नीच, अस्पृश्यता व्यवहार में है। समय के हिसाब से परिवर्तन आया है लेकिन अब भी कुछ समस्या है, इसलिए सामाजिक समरसता जरूरी है। समाज के सहयोग से ही इसे आगे ले जाना है।

 उन्होंने कहा कि महिलाओं के बिना समरसता नहीं लाई जा सकती। महिलाएं घर में और आसपास समरसता ला सकती हैं। उन्होंने इस संबंध में महिलाओं के साथ बीएनएसडी शिक्षा निकेतन में बैठक भी की। 

इसके अलावा वह बौद्ध भिक्षु, धर्माचार्यों से भी मिले और गुरुद्वारा भी गए। उनके अनुसार जाति से उठकर राष्ट्र के लिए सोचना है। इसके बिना विकास संभव नहीं है। सबसे पिछड़ी जाति को सबसे पहले आगे बढ़ाना है, यह सोच कम हो गई है। अपने एक दिन के प्रवास पर कानपुर आए श्यामा प्रसाद के साथ प्रांत संयोजक रतन लाल, छात्रावास का दायित्व देखने वाले पारसनाथ शर्मा भी रहे।

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