Mohan Bhagwat In Chitrakoot: श्रीराम की तपोभूमि पहुंचे संघ प्रमुख, चिंतन शिविर में होंगे शामिल
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत सात दिवसीय प्रवास पर मंगलवार की सुबह संपर्क क्रांति एक्सप्रेस से चित्रकूट पहुंच गए हैं यहां पर आरोग्यधाम में आयोजित होने वाले चिंतन शिविर में शामिल होंगे। भगवान कामतानाथ के दर्शन और तुलसीपीठ जा सकते हैं।
चित्रकूट, जेएनएन। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत सात दिवसीय प्रवास पर मंगलवार की सुबह छह बजे प्रभु श्रीराम की तपोभूमि पहुंच गए हैं। रेलवे स्टेशन पर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस से उतरते ही संघ पदाधिकारियों और प्रशासनिक अमले ने उनकी अगवानी की। यहां से वह दीनदयाल शोध संस्थान के प्रकल्प आरोग्यधाम के लिए चले गए, जहां तीन दिवसीय चिंतन शिविर में वह शामिल होंगे।
आरोग्यधाम में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का नौ से 12 जुलाई तक चिंतन शिविर का आयोजन हो रहा है, जिसमें अखिल भारतीय संघ टोली के पदाधिकारी और क्षेत्र प्रचारक शामिल होंगे। इसमें शामिल होने आए संघ प्रमुख तीन दिन पहले ही चित्रकूट पहुंच गए हैं। वह सोमवार को रात आठ बजे दिल्ली से संपर्क क्रांति एक्सप्रेस से चले थे, निर्धारित समय मंगलवार की सुबह छह बजे ट्रेन चित्रकूटधाम कर्वी स्टेशन पहुंची। एक नंबर प्लेटफार्म पर ट्रेन रुकते ही कड़ी सुरक्षा के बीच संघ प्रमुख ने चित्रकूट की धरती में कदम रखा और लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। स्टेशन के बाहर आए और कार में बैठकर आरोग्यधाम के लिए रवाना हुए। स्टेशन पर उनका संघ के वरिष्ठ प्रचारक सुरेश सोनी समेत डीआरआइ के संगठन सचिव अभय महाजन, जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ल ने उनका स्वागत किया। अगले कार्यक्रम के तहत वह मध्यप्रदेश के जिला सतना स्थित दीनदयाल शोध संस्थान आरोग्यधाम में आयोजित होने वाले चिंतन शिविर की तैयारियों का जायजा लेंगे। इसके बाद भगवान कामतानाथ के दर्शन और पद्मविभूषण जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी महराज से मिलने तुलसीपीठ जा सकते हैं, वह 13 जुलाई तक चित्रकूट में रहेंगे।
छवानी में तब्दील रहा स्टेशन : चित्रकूटधाम कर्वी स्टेशन में संघ प्रमुख की सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए थे। पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल खुद सुरक्षा की कमान संभाल रखी थी। करीब सौ पुलिस कर्मियों को लगाया गया था। जिसमें स्टेशन परिसर के बाहर पांच-पांच फीट के दूरी पर जवान तैनात थे। साथ ही स्टेशन के अंदर सीओ सिटी शीतला प्रसाद पांडेय फोर्स के साथ थे। एलआइयू की टीमें भी सतर्क रही।