कानपुर में बारिश से और भी खतरनाक हो गईं सड़कें, नगर निगम ने झाड़ा पल्ला
क्षेत्र की ममता गुप्ता ने पिछले दिनों नगर निगम को पत्र लिखा था कि हर बार सड़क निर्माण को पत्र लिखती हूं लेकिन रद्दी की टोकरी में फेंक दिया जाता है। जब तक समस्या का हल नहीं हो जाएगा तब तक वह लिखती रहेंगी।
कानपुर, जेएनएन। बरसात में और श्यामनगर की सड़क खतरनाक हो जाएगी। सुजातगंज से श्यामनगर तक जोडऩे वाली सड़क से रोज पचास हजार लोग गुजरते है। हालत है कि सड़क के नाम पर केवल गड्ढे ही गड्ढे है। अक्सर वाहन चालक गड्ढों में फंसकर चुटहिल हो जाते है। कई बार पार्षद ने कई बार सदन में मामला उठाया। पिछली बार सदन में धरने में बैठ गए, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ है। जल निगम ने सड़क खोदकर छोड़ दी है। उखड़ी सड़क और जलभराव में और खतरनाक हो गई है। इसको लेकर लोगों में आक्रोश है। पार्षद ने चेतावनी दी है कि अब समस्या का निस्तारण नहीं हुआ तो आंदोलन होगा। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि इससे आने जाने में काफी दिक्कत होती है। हालत ये हो गई कि पैदल जाना तक मुश्किल हो गया है। कोई अधिकारी कुछ सुनने को तैयार नहीं है।
क्षेत्र की ममता गुप्ता ने पिछले दिनों नगर निगम को पत्र लिखा था कि हर बार सड़क निर्माण को पत्र लिखती हूं, लेकिन रद्दी की टोकरी में फेंक दिया जाता है। जब तक समस्या का हल नहीं हो जाएगा तब तक वह लिखती रहेंगी। कुछ जगह नगर निगम ने पैचवर्क कराया, लेकिन वह भी उखड़ गया। क्षेत्रीय पार्षद राजीव सेतिया ने बताया कि अबकी बार वह जनता के साथ नगर निगम मुख्यालय में धरने में बैठ जाएगे। इस सड़क को लेकर कई बार अफसरों से मिल चुके है, लेकिन कोई नहीं सुनता है। अब जानलेवा सड़क हो गई है।