बांदा में ट्रैक्टर की टक्कर से बाइक सवार पिता की मौत, हादसे में पत्नी और बेटा घायल, पुलिस ने दो को पकड़ा

बिसंडा थाना क्षेत्र के ग्राम बिरी बिरहंड निवासी युवक सुशील अपनी 55 वर्षीय मां गुलाबकली व 57 वर्षीय पिता हिम्मत का शहर से उपचार कराकर शाम को बाइक से गांव जा रहा था। उसरा पुरवा गांव के पास सामने से तेज रफ्तार ट्रैक्टर की टक्कर लग गई।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 08:27 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 08:27 PM (IST)
बांदा में ट्रैक्टर की टक्कर से बाइक सवार पिता की मौत, हादसे में पत्नी और बेटा घायल, पुलिस ने दो को पकड़ा
बांदा में हादसे की खबर से संबंधित प्रतीकात्मक फोटो।

बांदा, जेएनएन। शहर से इलाज कराकर बाइक से गांव जा रहे किसान की  तेज रफ्तार ट्रैक्टर की टक्कर लगने से मौत हो गई। जबकि पुत्र व उसकी मां घायल हुई। उन्हें गंभीर हालत होने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 

बिसंडा थाना क्षेत्र के ग्राम बिरी बिरहंड निवासी युवक सुशील अपनी 55 वर्षीय मां गुलाबकली व 57 वर्षीय पिता हिम्मत का शहर से उपचार कराकर शाम को बाइक से गांव जा रहा था। उसरा पुरवा गांव के पास सामने से तेज रफ्तार ट्रैक्टर की टक्कर लग गई। हादसे में पिता की मौके पर मौत हो गई। मां-बेटे घायल हुए दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ग्रामीणों ने चालक की धुनाई कर दी। पुलिस ने आरोपित चालक व ट्रैक्टर को कब्जे में लिया है।

बिसंडा थाना क्षेत्र के ग्राम बिरी बिरहंड निवासी 24 वर्षीय सुशील बुधवार को अपनी 55 वर्षीय मां गुलाबकली व  57 वर्षीय पिता हिम्मत को लेकर शहर के अस्पताल उपचार कराने आया था। शाम को जब वह तीनो बाइक से वापस घर जाने लगे तो रास्ते में बिसंडा के आगे उसरा पुरवा के पास तेज रफ्तार से सामने से आ रहे ट्रैक्टर की टक्कर लग गई। जोरदार टक्कर से तीनों बाइक से उछल कर दूर गिरे। जिसमें पिता हिम्मत की मौके में मौत हो गई। उसका बेटा सुशील व मां गुलाबकली गंभीर रूप से घायल हो गए। राहगीरों व ग्रामीणों ने यूपी 112 को फोन कर उन्हें पीएचसी  बिसंडा में भर्ती कराया । जहां से चिकित्सकों ने सुशील व उसकी मां को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल भिजवाया है। घटना को लेकर मौके पर भीड़ लगी रही है। पुलिस ने जाकर लोगों को रास्ते से हटाया। थाना निरीक्षक विजय कुमार सिंह ने घटना की लिखा-पढ़ी की। स्वजन ने बताया कि उनके चार बेटे हैं। पिता के पास डेढ़ बीघा जमीन थी। जिसमें वह कृषि कार्य करने के अलावा मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करते थे। हादसे को लेकर स्वजन का रो-रो कर बुरा हाल है।

chat bot
आपका साथी