रिटायर्ड एयरफोर्स कर्मी समेत तीन को साइबर ठगों ने बनाया शिकार

पुलिस ने दर्ज किया आइटी एक्ट में मुकदमा। हो रही है जांच।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 09:02 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 09:02 PM (IST)
रिटायर्ड एयरफोर्स कर्मी समेत तीन को साइबर ठगों ने बनाया शिकार
रिटायर्ड एयरफोर्स कर्मी समेत तीन को साइबर ठगों ने बनाया शिकार

जासं, कानपुर : साइबर अपराधियों ने रिटायर्ड एयरफोर्स कर्मी, रिटायर्ड रेलवे कर्मी और एलआइसी कर्मचारियों को शिकार बनाकर उनके खातों से कई बार में 6.82 लाख रुपये पार कर दिए। तीनों ने मुकदमे दर्ज कराए हैं। पुलिस साइबर सेल टीम की मदद से जांच कर रही है। किदवई नगर के वाइ ब्लाक निवासी एलआइसी कर्मी अरविद यादव का खाता बैंक आफ बड़ौदा गुमटी में है। चार अक्टूबर को वह पैसे निकालने गए। एटीएम से रकम नहीं निकली, लेकिन खाते से पैसे कट गए। बैंक प्रबंधक से शिकायत की तो उन्होंने टोल-फ्री नंबर मिलाने के लिए कहा। कुछ देर बाद अन्जान नंबर से फोन कर एक शख्स ने कुछ निर्देश दिए और उनका पालन करते ही खाते से करीब 1.16 लाख निकल गए। इसी तरह, नौबस्ता के यशोदा नगर निवासी दिनेश चंद्र सिन्हा रेलवे में इलेक्ट्रिक लोकोशेड से सेवानिवृत्त हैं। साइबर ठगों ने उनका मोबाइल नंबर बंद कराकर खाते से 3.12 लाख रुपये निकाल लिए। जब वह बैंक से रुपये निकालने गए तो घटना का पता लगा। आरोप है कि रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए थाने और साइबर सेल के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन सुनवाई नहीं हो रही। बेटे आकाश सिन्हा ने बताया कि 30 सितंबर को पिता का मोबाइल नंबर बंद हुआ था। किदवई नगर स्थित मोबाइल कंपनी के दफ्तर में शिकायत की, लेकिन चार दिन बाद भी सिम चालू नहीं हुआ। पांच अक्टूबर को जब पिता बैंक गए तो पता लगा कि खाते में पैसा नहीं है।

वहीं, चकेरी के काजीखेड़ा निवासी सेवानिवृत्त एयरफोर्स कर्मी रवींद्र नाथ राय के खाते से 2.54 लाख रुपये निकल गए। उन्होंने भतीजे पर ही पेटीएम व एटीएम के जरिए रुपये निकालने का आरोप लगाते हुए पुलिस से शिकायत की। आरोप है कि छह माह से पुलिस टरका रही है। परेशान होकर पीड़ित ने पुलिस आयुक्त से शिकायत की। उन्होंने बताया कि आठ जून से चार जुलाई तक वह पैतृक गांव गाजीपुर के सुखडेरा में थे। इसी दौरान भतीजे ने रकम निकाली और फोन पर आने वाले मैसेज डिलीट कर दिए।

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