फतेहपुर में फर्जी पहचान पत्र के साथ पकड़ा गया नेपाली मूल का मौलाना, मतांतरण कराने की बात आई सामने

Religion Conversion Case in UP नेपाल के सुनूनाना थाना गौशाला जिला महोत्री निवासी मौलाना (अब इमाम) फिरोज आलम साल 2001 में जिले में आ गया था। धार्मिक गुरुओं की मध्यस्थता से वह वर्ष 2006 में गाजीपुर आया था।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Thu, 30 Sep 2021 06:52 PM (IST) Updated:Thu, 30 Sep 2021 06:52 PM (IST)
फतेहपुर में फर्जी पहचान पत्र के साथ पकड़ा गया नेपाली मूल का मौलाना, मतांतरण कराने की बात आई सामने
पुलिस हिरासत में गाजीपुर कस्बे की मस्जिद का इमाम फिरोज आलम।

फतेहपुर, जेएनएन। Religion Conversion Case in UP फर्जी भारतीय पहचान पत्र बनवाकर बीते करीब 15 साल से यहां रह रहे मूलत: नेपाल निवासी बड़ी मस्जिद के निष्कासित इमाम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसने फर्जी दस्तावेजों की मदद से मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैनकार्ड और पासपोर्ट बनवा लिए थे। उस पर मतांतरण कराने के भी आरोप हैैं। मस्जिद कमेटी के सदस्य की शिकायत पर पुलिस ने जांच की तो असलियत सामने आई। वहीं, जिला अभिसूचना इकाई (एलआइयू) और इंटेलीजेंस ब्यूरो (आइबी) टीम ने भी जांच कर गोपनीय सूचनाएं जुटाईं। इतने साल तक पता न चलने को लेकर खुफिया तंत्र पर भी सवाल खड़े हो रहे हैैं। फिलहाल पुलिस उसके दो साथियों की तलाश में जुटी है। 

नेपाल के सुनूनाना थाना गौशाला जिला महोत्री निवासी मौलाना (अब इमाम) फिरोज आलम साल 2001 में जिले में आ गया था। धार्मिक गुरुओं की मध्यस्थता से वह वर्ष 2006 में गाजीपुर आया था। यहां बड़ी मस्जिद में इमाम बन गया। वह मुस्लिमों को नमाज पढ़ाने के साथ बच्चों को दीनी शिक्षा देता था। बताते हैं कि दो वर्ष से झाडफ़ूंक के साथ व टोना-टोटका भी करने लगा था। इन क्रियाकलापों को लेकर मस्जिद कमेटी के सदस्य अब्दुल मजीद खां ने एक साल पहले उसे इमाम पद से हटवाकर गत 24 सितंबर को पुलिस व अन्य अधिकारियों से शिकायत की थी। पुलिस की जांच में पोल खुल गई। पता चला है कि फिरोज ने कुछ ग्रामीणों की मदद से वर्ष 2012 में फर्जी दस्तावेज के सहारे भारतीय पहचान पत्र बनवाए। इनके जरिए वर्ष 2016 में पासपोर्ट बनवा लिया। 

युवती का मतांतरण कराने का आरोप, बढ़ेगी धारा  : शिकायतकर्ता अब्दुल मजीद खां ने आरोप लगाया कि अभी कुछ माह पूर्व कस्बे का मुस्लिम युवक कानपुर की एक हिंदू युवती को ले आया था। युवती का मतांतरण करवाकर फिरोज ने उनका निकाह पढ़वाया था। हालांकि, जांच में पुलिस को अभी इसके साक्ष्य नहीं मिले हैं फिर भी जांच कराई जा रही है। थाना प्रभारी नीरज यादव ने बताया कि आरोपित पर फर्जी तरीके से पासपोर्ट बनवाने पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। मस्जिद कमेटी के सदस्य की शिकायत पर मतांतरण का भी धारा बढ़ाएंगे। उसके दो और साथियों की तलाश की जा रही है।  

हज के लिए बनवाया था पासपोर्ट, मतांतरण में भूमिका से इन्कार : फिरोज ने बताया कि उसकी पत्नी की मौत हो चुकी है और दो बेटियां नेपाल में ही रहती हैं। उसने हज पर जाने के लिए वर्ष 2016 में पासपोर्ट इसलिए बनवाया था लेकिन जा नहीं सके। मतांतरण का आरोप गलत है। 

इनका ये है कहना: 

गाजीपुर में रहकर फर्जी दस्तावेजों से भारतीय पहचान पत्र और पासपोर्ट बनवाने के आरोप में नेपाली नागरिक को गिरफ्तार किया गया है। जांच की जा रही है। वहीं, फरार दो अन्य आरोपितों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।  - राजेश कुमार, एएसपी। 

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