तीन माह की विशेष पढ़ाई से बनिए factory medical officer, क्षेत्रीय श्रम संस्थान की ओर से मांगे जाएंगे आवेदन
कानपुर के मेडिकल कॉलेज में इस बार नई तरह की व्यवस्था शुरू होने जा रही है जिसे जानकर आपको एक बार शायद यकीन नहीं होगा। अब से एक नई तरह की पढ़ाई शुरू होने जा रही है। इसमें बच्चे सिर्फ तीन माह में पढ़कर मेडिकल ऑफिसर बन जाएंगे।
कानपुर, जेएनएन। किसी औद्योगिक इकाई, प्रतिष्ठान या कारखाना में फैक्ट्री मेडिकल ऑफिसर के विषय में शायद ही आपने सुना हो। अगर नहीं सुना है तो अब जान लीजिए, महज तीन माह की पढ़ाई करने के बाद ही आप फैक्ट्री मेडिकल ऑफिसर बन सकते हैं। क्षेत्रीय श्रम संस्थान की ओर से नए सत्र में इस पाठ्यक्रम की शुरुआत हो जाएगी। हालांकि इसमें महज एक बात का ध्यान रखना होगा, कि वह आवेदन ही योग्य होंगे जिन्होंने एमबीबीएस कर रखा है।
एक अप्रैल से होगी शुरुआत
क्षेत्रीय श्रम संस्थान के उपनिदेशक (चिकित्सा) डॉ.अर्कप्रभ सउ ने बताया कि इस पाठ्यक्रम को एसोसिएट फैलो ऑफ इंडस्ट्री हेल्थ नाम दिया गया है। जैसे-जैसे उद्योग जगत का विस्तार हो रहा है, वैसे-वैसे इस पाठ्यक्रम की मांग बढ़ रही है। औद्योगिक इकाइयों में फैक्ट्री मेडिकल ऑफिसर रखे जा रहे हैं। इसकी फीस भी केवल छह हजार रुपये एकमुश्त जमा होती है।
पांच हफ्ते के पाठ्यक्रम से बन सकते सुपरवाइजर
क्षेत्रीय श्रम संस्थान में पांच हफ्ते का स्पेशल पाठ्यक्रम संचालित होता है, जिसकी पढ़ाई पूरी करने के बाद अभ्यर्थी सुपरवाइजर की नौकरी हासिल कर सकते हैं। हालांकि यह पद केवल उन इकाइयों के लिए होते हैं, जहां खतरनाक प्रक्रियाओं में संलग्न होने वाले उत्पादों का निर्माण होता है। इस पाठ्यक्रम के लिए योग्यता बीटेक व बीएससी रखी गई है। हालांकि अभ्यर्थियों के पास दो से पांच वर्ष का अनुभव होना जरूरी है। इसमें भी नए सत्र से आवेदन किया जा सकता है।
इस वेबसाइट से ले सकते अधिक जानकारी
उप निदेशक डॉ.अर्कप्रभ सउ ने बताया कि जो छात्र-छात्राएं उक्त पाठ्यक्रमों में प्रवेश चाहते हैं. वह डीजीफासली (डायरेक्ट्रेट जनरल फैक्ट्री एडवाइस सर्विस एंड लेबर इंस्टीट्यूट्स) यानि कारखाना सलाह सेवा एवं श्रम संस्थान महानिदेशालय की वेबसाइट को देख सकते हैं।