वेतन के 60 करोड़ रूपयों के लिए लाल इमली श्रमिकों ने भरी हुंकार, कही ये बड़ी बात

लाल इमली कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अजय सिंह ने बताया कि आर्थिक तंगी की वजह से इलाज न मिलने के कारण 50 से 60 बीमार कर्मचारियों व अधिकारियों की मृत्यु हो चुकी है। कर्मचारियों के पास पैसा न होने से उनके बच्चों के नाम तक स्कूल से काटे गए हैं।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Wed, 02 Dec 2020 02:03 PM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2020 05:30 PM (IST)
वेतन के 60 करोड़ रूपयों के लिए लाल इमली श्रमिकों ने भरी हुंकार, कही ये बड़ी बात
एरियर समेत अन्य मांगेें भी श्रमिकों की सूची में शामिल हैं

कानपुर, जेएनएन। पिछले 28 महीनों से वेतन न मिलने से लाल इमली श्रमिकों के घर में फांके की नौबत आ गई है। होली व दीपावली जैसे बड़े बड़े त्योहार निकल गए, लेकिन नौ सौ श्रमिकों को इस समय अंतराल में वेतन के वह 60 करोड़ रूपये नहीं मिले, जिसका इंतजा करते करते उनी आंखें पथरा गई हैं। हाथ में पैसा न होने से अपनी रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करने में असहाय इन श्रमिकों का बांध बुधवार को टूट गया और उन्होंने लाल इमली चैराहे पर धरना प्रदर्शन करके हुंकार भरी। वेतन के अलावा दो साल का बोनस जो कि एक करोड़ 26 लाख रूपये है उसके मिलने का इंतजार भी श्रमिक कर रहे हैं। सात साल में एक करोड़ रूपये लिव इन कैशमेंट व एरियर समेत अन्य मांगेें भी श्रमिकों की सूची में शामिल हैं। 

लाल इमली कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अजय सिंह ने बताया कि आर्थिक तंगी की वजह से इलाज न मिलने के कारण 50 से 60 बीमार कर्मचारियों व अधिकारियों की मृत्यु हो चुकी है। कर्मचारियों के पास पैसा न होने से उनके बच्चों के नाम तक स्कूल से काटे गए हैं। वह उच्च शिक्षा प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं। श्रमिकों ने अपनी मांगों को लेकर मंडलायुक्त राजशेखर से मिले। उन्होंने उनकी बात सुनने के बाद जल्द ही इस समस्या का समाधान कराए जाने का आश्वासन दिया। इसके बाद श्रमिकों ने डीएम ऑफिस में ज्ञापन दिया। इस दौरान राशिद अली, राजू ठाकुर, सुरेश श्रीवास्तव, एबी पांडेय, राजकिशोर, विद्या सागर शुक्ला, अवध राज व रमेश कुमार समेत अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।

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