मां! कोख में तो जगह दी पर दुनिया में क्यों नहीं...आखिर मेरी गलती क्या थी
बुधवार को एक नवजात बच्ची का शव शहर के राधानगर मुहल्ले के एक तालाब में उतराता हुआ मिला। यहां मौजूद भीड़ के मुंह से सब एक ही शब्द निकल रहे थे अगर बच्ची हमें दे देते तो हम उसका पालन-पोषण करते और पढ़ाते।
कानपुर, जेएनएन। मां! मेरा क्या कसूर था जो मुझे तालाब में फेंक दिया। मैैं, तो आपकी कोख में पली और वहीं बड़ी हुई। सोचा था कि दुनिया में आने के बाद आपकी अंगुली थाम कर पहला कदम आपके साथ रखूंगी और कुछ नया करूंगी, जिससे आपका नाम होता और मुझे भी कुछ पहचान मिलती, लेकिन एक पल में सब कुछ बदल गया। आखिर मेरी गलती क्या थी। मैैं...बेटी थी ये मेरा कसूर था या फिर लोकलाज की मजबूरी ने मेरी आंखें मूंद दीं। शायद कुछ ऐसे ही सवाल उस नवजात के मन में कौंध रहे होंगे, जिसे कोख में मां ने स्थान तो दिया, लेकिन बाद में उसे तालाब में फेंक दिया और उसकी सांसें टूट गईं।
बुधवार को एक नवजात बच्ची का शव शहर के राधानगर मुहल्ले के एक तालाब में उतराता हुआ मिला। यहां मौजूद भीड़ के मुंह से सब एक ही शब्द निकल रहे थे, अगर बच्ची हमें दे देते तो हम उसका पालन-पोषण करते और पढ़ाते। यहां पुलिस ने लोगों से पूछताछ भी की, लेकिन कुछ पता नहीं चल सका। कोतवाली प्रभारी सत्येंद्र सिंह ने बताया कि मिला शव बच्ची का है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
एक पखवारे पूर्व अमौली क्षेत्र में मिला था शव : कन्या भ्रूण हत्या का यह नया मामला नहीं है। इसके पूर्व भी अलग थानाक्षेत्रों में नवजात बेटियों के शव मिल चुके हैं। एक पखवारे पूर्व अमौली क्षेत्र में झाडिय़ों में बच्ची का शव मिला था। इसी प्रकार थरियांव, खागा, खखरेड़ू आदि में नवजात बच्चियों के शव फेंके गए थे।