फतेहपुर की रिंद नदी में नहा रहा राजगीर डूबा, तीन घंटे के बाद गोताखोरों को मिला शव
कोतवाली बिंदकी के आलमगंज गांव निवासी रामेश्वरी बाल्मीकि का 32 वर्षीय पुत्र दिनेश बाल्मीकि रविवार को जाफरगंज थाने के गढ़ी निवासी बहन शिव देवी पत्नी राम बाबू के यहां जाने के लिए साइकिल से निकला। खूंटा गांव के पास रिंद नदी के किनारे कपड़े उतार कर नदी में नहाने लगा।
फतेहपुर, जेएनएन। कोतवाली के खूंटा गांव में के समीप स्थित रिंद नदी में रविवार दोपहर नहा रहा राजगीर गहरे बहाव में डूब गया। शोर-शराबा के बीच स्वजन पहुंचे और गोताखोरों की टीम ने तलाश शुरू की। करीब तीन घंटे में शव मिलने पर स्वजन बेहाल रहे।
कोतवाली बिंदकी के आलमगंज गांव निवासी रामेश्वरी बाल्मीकि का 32 वर्षीय पुत्र दिनेश बाल्मीकि रविवार को जाफरगंज थाने के गढ़ी निवासी बहन शिव देवी पत्नी राम बाबू के यहां जाने के लिए साइकिल से निकला। खूंटा गांव के पास रिंद नदी के किनारे कपड़े उतार कर नदी में नहाने लगा और गहरे बहाव में डूब गया। नदी में नाविक राम सिंह निषाद व जय नारायण ने उसे बचाने के लिए नाव लेकर तेजी कर ले गए लेकिन तब तक राजगीर नदी में डूब गया। घटना की सूचना नाविकों ने गांव के लोगों को सूचना दी।
खबर मिलने पर आलगंज व खूंटा के ग्रामीण पहुंचे और नदी में जाल डालकर राजगीर को खोजा जाने लगा। खबर पाकर एसआइ प्रदीप कुमार पुलिस के साथ पहुंचे। पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों को बुलाकर नदी में राजगीर की खोज कराई। करीब 3 घंटे बाद राजगीर का शव घाट से करीब 500 मीटर दूरी पर मिल गया।
दिवंगत को नहाने से नाविकों ने रोका था: नाविक खूंटा गांव निवासी राम सिंह व जय नारायण निषाद ने बताया कि खूंटा गांव के पास बने इस घाट से कई गांव के लोगों को प्रतिदिन आना जाना है। दिवंगत दिनेश जब नदीकिनारे पहुंचा था तो उसे घाट पर गहराई अधिक होने के कारण नहाने मना किया था लेकिन दिवंगत ने उनकी बात की अनसुनी कर नहाने लगा और हादसे का शिकार हो गया।