Kanpur Historical Place: जांच हुई और चार्जशीट भी लगी लेकिन कब्जा मुक्त न हो सका राजा ययाति किला

कानपुर के जाजमऊ में राजा यायाति के किले पर आज भी भू-माफिया के परिवार का कब्जा बरकरार है। एक दिन पहले रंगदारी मांगने का मामला सामने आने के बाद फिर सच खुल गया है। चकेरी पुलिस मामले की लीपापोती में जुट गई है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Wed, 15 Sep 2021 08:49 AM (IST) Updated:Wed, 15 Sep 2021 08:49 AM (IST)
Kanpur Historical Place: जांच हुई और चार्जशीट भी लगी लेकिन कब्जा मुक्त न हो सका राजा ययाति किला
पुलिस ने पीड़ित को थाने से भगाया तो खुल गया सच।

कानपुर, जेएनएन। बसपा नेता पिंटू सेंगर हत्याकांड में जेल में बंद पप्पू स्मार्ट के बेटे व साले पर जिस जमीन पर मकान बनाने को लेकर रंगदारी मांगने का आरोप लगा है, वो राजा ययाति के किले की संपत्ति है। यह भूभाग भारतीय पुरातत्व विभाग के संरक्षण में है, लेकिन एक दिन पहले रंगदारी मांगने की घटना से स्पष्ट हो गया है कि वर्षोंं चली कवायद के बाद भी करोड़ों रुपये मूल्य वाली इस जमीन पर भूमाफिया पप्पू स्मार्ट और उसके परिवार का कब्जा है। खास बात यह है कि इस जमीन को लेकर आरोपितों के खिलाफ मुकदमा हुआ, जांच हुई और चार्जशीट भी, लेकिन किला अब तक कब्जा मुक्त नहीं हो सका है। असल में यह किला चकेरी पुलिस की कमाई का एक बड़ा केंद्र है। इस बार भी मामला सामने आने के बाद पुलिस ने कार्रवाई के स्थान पर पीडि़त को थाने से भगा दिया।

जाजमऊ ऊंचा टीला निवासी 72 वर्षीय नौशाद अहमद ने बताया कि उनके बेटे दिल्ली और नोएडा में रहते हैं। बरसात के दिनों में घर के एक हिस्से में पानी का रिसाव हो रहा था। वह टट्टर और तिरपाल लगवा रहे थे। आरोप है, पिंटू सेंगर हत्याकांड के मुख्य आरोपित पप्पू स्मार्ट के बेटे और साले उनके घर पर हथियारों से लैस होकर पहुंचे और कहने लगे कि क्षेत्र में जो भी मकान बनता है, उसका गुंडा टैक्स उन्हेंं मिलता है। अगर मकान बनवाना चाहते हो तो टैक्स अदा करो। मना करने पर वे धमकी देते हुए चले गए। नौशाद ने चकेरी थाने में तहरीर दी थी। दोनों पक्षों को थाने पर मंगलवार को बुलाया गया था, मगर दूसरा पक्ष पहुंचा। पीडि़त पक्ष को पुलिस ने धमकाकर वहां से भगा दिया।

वर्ष 2017 में दर्ज हुआ था मुकदमा, लगी थी चार्जशीट

राजा ययाति का किला लगभग 16 बीघा क्षेत्रफल में जाजमऊ के गांव वाजिदपुर में गंगा किनारे स्थित है। आरोप है कि इसके लगभग पांच बीघे भूभाग पर पप्पू स्मार्ट का कब्जा है। 28 जुलाई 2017 में इस प्रकरण में अधिवक्ता संदीप शुक्ला की ओर से चकेरी थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया। मीडिया में मामले ने तूल पकड़ा तो पुरातत्व विभाग और प्रशासन सक्रिय हुआ। पुरातत्व विभाग ने माना कि संरक्षित भूभाग पर भूमाफिया पप्पू स्मार्ट का कब्जा है। चकेरी पुलिस ने पप्पू स्मार्ट, उसके भाइयों आमिर बिच्छू, तौसीफ उर्फ कक्कू के खिलाफ चार्जशीट अदालत में दायर की थी जबकि गिरफ्तारी न होने की वजह से पप्पू के साले सरीफुल हसन के खिलाफ विवेचना प्रचलित रखी थी। सोमवार को नौशाद के साथ हुई घटना में सरीफुल पर भी आरोप है।

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